फिरोजाबादः जिले में करोड़ों रुपयों की लागत से बनकर तैयार हुई निर्वाचन विभाग की बिल्डिंग मानसून की पहली बरसात भी न झेल सकी. पहली बरसात में ही इसकी छतों से पानी टपकने लगा है. आशंका यही है कि इसके निर्माण में मानकों की अनदेखी हुई है. मामला प्रकाश में आया तो निर्माण एजेंसी के अफसरों ने बिल्डिंग का जायजा लिया. अफसरों का दावा है कि छत पर भरे पानी की निकासी के लिए लगाए गए पाइपों के चोक होने से यह हालत पैदा हुए हैं.
फिरोजाबाद जिला मुख्यालय पर निर्वाचन विभाग का नया भवन बनकर तैयार हुआ है. अभी तक कलक्ट्रेट में ही इसका दफ्तर था. भवन कलक्ट्रेट के पास ही बनाया गया है. जिसमें विधानसभा वार बड़े बड़े हॉल बने हैं. 750 वर्ग मीटर में बने इस भवन का निर्माण कार्य करीब दो साल पहले शुरू हुआ था. मई 2021 में इस बिल्डिंग का लोकार्पण किया गया. इस भवन के लिए 1 करोड़ 76 लाख की धनराशि स्वीकृत हुई थी.
इसे भी पढ़ें- मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे अवैध हॉस्पिटल्स, छापेमारी में 8 अस्पताल सील
बिल्डिंग के निर्माण में 1 करोड़ 61 लाख की धनराशि खर्च भी हो गई. बिल्डिंग बनकर तैयार खड़ी है. निर्वाचन विभाग की यह बिल्डिंग मानसून की पहली बरसात भी भली प्रकार से नहीं झेल सकी है. तेज बरसात की वजह से इस नई बिल्डिंग की छतें टपकने लगी हैं. पूरी बिल्डिंग की दीवारों पर सीलन आ चुकी है. इस भवन को निर्माण एजेंसी ग्रामीण अभियंत्रण सेवा द्वारा बनवाया गया है. बिल्डिंग के टपकते ही विभाग द्वारा निर्माण एजेंसी को इसकी जानकारी दी गई.
इस संबंध में ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के जूनियर इंजीनियर शैलेन्द्र कुमार का कहना है कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान न रखने की बात गलत है. इसकी छत से जल निकासी के लिए 14 पाइप लगाए गए हैं, जिनके चोक होने की वजह से छत का पानी नीचे नहीं जा सका और पानी भरने के कारण छत टपक रही है. उन्होंने बताया कि चोक पाइपों को खोल दिया गया है, जिससे छत का पानी बाहर निकल गया है. अब छत नहीं टपकेगी.