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कोरोना को ऐसे मात दे रहा बरेली जिला कारागार, सबसे कम संक्रमित बंदी यहां

यूपी के बरेली में कोरोना संक्रमण पर नकेल कसने के लिए बरेली जिला कारगार ने कमर कसी हुई है. जिला कारागार में कोई भी सामान सघन तलाशी और सैनिटाइज होने के बाद अंदर जाता है. यहां एक टनलनुमा फ्रेम बना है जहां पर सामान सैनिटाइज होता है.

बरेली जिला कारागार में कोरोना
बरेली जिला कारागार में कोरोना
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Published : Dec 29, 2020, 8:49 PM IST

बरेलीः देश-दुनिया में वैश्विक महामारी कोरोना को मात देने की हर मुमकिन कोशिशें जारी हैं. जेलों में भी कोरोना पहुंच चुका है. कई जेलों में तो कोरोना की वजह से मौत भी हो चुकी है. महामारी को मात देने के लिए शासन एहतियात बरतने के लिए लगातार जागरूक कर रहा है. इसी के चलते जिला कारागारों में भी एहितयात बरती जा रही है. इसी कड़ी में बरेली जिला कारागार जेलों में फैल रहे कोरोना को लेकर सतर्क हो गया है. अब जेल में कोई भी सामान बिना सैनेटाइज के अंदर नहीं जाता है.

सघन तलाशी और सैनिटाइज होने के बाद अंदर जाता है सामान.

विशेष फ्रेम से होकर गुजरता है सामान
बरेली जिला कारागार प्रशासन ने कोरोना को हराने के लिए एक विशेष रणनीति तैयार कर ली है. कोरोना के लिए जेल के अंदर एक विशेष फ्रेम स्थापित किया गया है. जिसमें जेल के बाहर से आने वाले सामान को पहले सेनिटाइजेशन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. उसके दो दिन बाद उक्त सामग्री (जिनमें सील पैक्ड सामग्री और सर्दी के कपड़े शामिल हैं ) को बंदी को दिया जाता है.

जेल प्रशासन कर रहा बंदियों को जागरूक
जेल प्रशासन का दावा है कि बरेली मंडल में अब तक सबसे कम संक्रमण के मामले भी बरेली जिला जेल में सामने आए हैं. जेल अधीक्षक ने बताया कि कोरोना नियमों के पालन को लेकर जेल प्रशासन सक्रिय है. जेल में निरुद्ध कैदियों को इस महामारी से सुरक्षित रखना एक चुनौती भरा कार्य है. उन्होंने कहा कि जेल में बंदियों को हर दिन कोरोना को लेकर जागरूक किया जाता है साथ ही बचाव के लिए आवश्यक जानकारी दी जाती है.

उपयोगी साबित हो रहा विशेष फ्रेम
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान जेल अधीक्षक ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए जेल प्रशासन ने एक टनलनुमा बड़ा फ्रेम तैयार करके एक डिवाइस के माध्यम से ऑटोमैटिक सिस्टम तैयार किया है. इसमें सरकार के द्वारा दिये गए निर्देशों के क्रम में सुझाए गए एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा जेल के बाहर से आने वाली सामग्री को तब तक बंदियों को नहीं दिया जाता जब तक कि संक्रमण फैलने का खतरा समाप्त न हो जाये.

हर शनिवार होती है कोरोना जांच
जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने बताया कि जिला कारागार में प्रत्येक बैरक में हैंड सैनिटाइजर रखा गया है. इसके अलावा जेल की चारदीवारी के भीतर कोरोना को घुसने से रोकने के लिए तमाम उपाय किये हैं. प्रत्येक शनिवार को लगभग 300 बंदियों की कोरोना की जांच कराई जाती है.

सबसे कम संक्रमित बरेली जेल में
जेल अधीक्षक ने बताया कि इन दिनों मुलाकात बंद है. उसके बावजूद भी जो सामग्री बंदियों के लिए अंदर आती हैं, उसे पूरी तरह से सुरक्षित होने के बाद ही अंदर जाने दिया जाता है. जेल अधीक्षक ने बताया कि बरेली मंडल में जितनी जेलें हैं, उनमें सबसे कम संक्रमित बरेली जिला कारागार में हैं.

बरेलीः देश-दुनिया में वैश्विक महामारी कोरोना को मात देने की हर मुमकिन कोशिशें जारी हैं. जेलों में भी कोरोना पहुंच चुका है. कई जेलों में तो कोरोना की वजह से मौत भी हो चुकी है. महामारी को मात देने के लिए शासन एहतियात बरतने के लिए लगातार जागरूक कर रहा है. इसी के चलते जिला कारागारों में भी एहितयात बरती जा रही है. इसी कड़ी में बरेली जिला कारागार जेलों में फैल रहे कोरोना को लेकर सतर्क हो गया है. अब जेल में कोई भी सामान बिना सैनेटाइज के अंदर नहीं जाता है.

सघन तलाशी और सैनिटाइज होने के बाद अंदर जाता है सामान.

विशेष फ्रेम से होकर गुजरता है सामान
बरेली जिला कारागार प्रशासन ने कोरोना को हराने के लिए एक विशेष रणनीति तैयार कर ली है. कोरोना के लिए जेल के अंदर एक विशेष फ्रेम स्थापित किया गया है. जिसमें जेल के बाहर से आने वाले सामान को पहले सेनिटाइजेशन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. उसके दो दिन बाद उक्त सामग्री (जिनमें सील पैक्ड सामग्री और सर्दी के कपड़े शामिल हैं ) को बंदी को दिया जाता है.

जेल प्रशासन कर रहा बंदियों को जागरूक
जेल प्रशासन का दावा है कि बरेली मंडल में अब तक सबसे कम संक्रमण के मामले भी बरेली जिला जेल में सामने आए हैं. जेल अधीक्षक ने बताया कि कोरोना नियमों के पालन को लेकर जेल प्रशासन सक्रिय है. जेल में निरुद्ध कैदियों को इस महामारी से सुरक्षित रखना एक चुनौती भरा कार्य है. उन्होंने कहा कि जेल में बंदियों को हर दिन कोरोना को लेकर जागरूक किया जाता है साथ ही बचाव के लिए आवश्यक जानकारी दी जाती है.

उपयोगी साबित हो रहा विशेष फ्रेम
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान जेल अधीक्षक ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए जेल प्रशासन ने एक टनलनुमा बड़ा फ्रेम तैयार करके एक डिवाइस के माध्यम से ऑटोमैटिक सिस्टम तैयार किया है. इसमें सरकार के द्वारा दिये गए निर्देशों के क्रम में सुझाए गए एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा जेल के बाहर से आने वाली सामग्री को तब तक बंदियों को नहीं दिया जाता जब तक कि संक्रमण फैलने का खतरा समाप्त न हो जाये.

हर शनिवार होती है कोरोना जांच
जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने बताया कि जिला कारागार में प्रत्येक बैरक में हैंड सैनिटाइजर रखा गया है. इसके अलावा जेल की चारदीवारी के भीतर कोरोना को घुसने से रोकने के लिए तमाम उपाय किये हैं. प्रत्येक शनिवार को लगभग 300 बंदियों की कोरोना की जांच कराई जाती है.

सबसे कम संक्रमित बरेली जेल में
जेल अधीक्षक ने बताया कि इन दिनों मुलाकात बंद है. उसके बावजूद भी जो सामग्री बंदियों के लिए अंदर आती हैं, उसे पूरी तरह से सुरक्षित होने के बाद ही अंदर जाने दिया जाता है. जेल अधीक्षक ने बताया कि बरेली मंडल में जितनी जेलें हैं, उनमें सबसे कम संक्रमित बरेली जिला कारागार में हैं.

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