बांदा: चाइल्ड पॉर्नोग्राफी के आरोप में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए चित्रकूट के सिंचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर रामभवन के मामले में आज सीबीआई की 4 सदस्यीय टीम बांदा की पॉक्सो कोर्ट पहुंची. सीबीआई ने कोर्ट में कई पत्रावलियां पेश की और रिमांड कस्टडी में लेने के दौरान मिले साक्ष्यों से जुड़ी पत्रावलियों को भी कोर्ट में पेश किया. वहीं दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने जूनियर इंजीनियर की न्यायिक हिरासत सीबीआई की एप्लीकेशन पर 14 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दी है.
छठवीं बार सीबीआई की टीम पहुंची थी कोर्ट
बता दें कि चाइल्ड पॉर्नोग्राफी के आरोप में जूनियर इंजीनियर रामभवन को गिरफ्तार करने के बाद सीबीआई की टीम आज छठवीं बार पॉक्सो कोर्ट पहुंची. इसके पहले सीबीआई 17, 18, 19 और 24 नवंबर को आरोपी जूनियर इंजीनियर की रिमांड के लिए पहुंची थी, जहां कोर्ट ने 24 नवंबर को फैसला सुरक्षित कर दिया था. इसके बाद 25 नवंबर को कोर्ट ने सीबीआई को जूनियर इंजीनियर की रिमांड दे दी थी, जिसमें कोर्ट ने 26 नवंबर की सुबह 10 बजे से 30 नवंबर कि शाम 4 बजे तक रिमांड मंजूर की थी. इसके बाद सीबीआई 26 नवंबर को जूनियर इंजीनियर को अपनी रिमांड में लेकर चित्रकूट गई, जहां पर मामले से जुड़ी कई चीजें सीबीआई को मिलीं. काम पूरा हो जाने पर टीम ने एक दिन पहले ही 29 नवंबर को जूनियर इंजीनियर को कोर्ट में दाखिल कर दिया था. वहीं आज फिर सीबीआई की टीम पॉक्सो कोर्ट पहुंची, जहां पर दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने जूनियर इंजीनियर की न्यायिक हिरासत सीबीआई की एप्लीकेशन पर 14 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दी है.
सीबीआई ने कोर्ट में पेश की मामले से जुड़ी कई पत्रावलियां
सीबीआई की तरफ से अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता मनोज दीक्षित ने बताया कि सीबीआई ने आरोपी जूनियर इंजीनियर रामभवन को 29 नवंबर को ही कार्य पूरा हो जाने के चलते जेल में दाखिल कर दिया था. आज इसकी न्यायिक हिरासत की तारीख लगी हुई थी, जिसमें सीबीआई की एप्लीकेशन आई थी. कोर्ट ने जूनियर इंजीनियर की न्यायिक हिरासत की अवधि 14 दिसंबर तक और बढ़ा दी है. साथ ही आज सीबीआई की तरफ से जो पत्रावली कोर्ट के सामने दिखाई गई, उसको भी कोर्ट ने पढ़ा. वहीं रिमांड में लेने के दौरान आरोपी जूनियर इंजीनियर के पास से जो भी चीजें बरामद हुईं और जो अन्य साक्ष इस मामले में मिले उसको लेकर भी सीबीआई ने कोर्ट में पत्रावली दिखाई है.