बलरामपुर: कई महीनों से कोविड-19 महामारी के कारण टल रही बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा का समय आखिरकार सुनिश्चित हो गया. रविवार यानी 9 अगस्त को होने वाली परीक्षा में जिले के एक हजार परीक्षार्थियों को शामिल होना है. इसके लिए महारानी लाल कुंवरि महाविद्यालय के दो संकायों को केंद्र बनाया गया है, जहां पर एक कमरे में 25 परीक्षार्थियों को बिठाया जाएगा. जिला प्रशासन और डीआईओएस कोविड-19 महामारी के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए और थर्मल स्क्रीनिंग के साथ परीक्षा करवाने का दावा कर रहा है.
डीआईओएस महेंद्र कनौजिया ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के एमएलके पीजी कॉलेज को बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए केंद्र बनाया गया है. इस बार जिले में कुल एक हजार परीक्षार्थी भाग ले रहे हैं, जिन्हें एमएलके पीजी कॉलेज के कला और विज्ञान संकाय में बिठाया जाएगा. इसमें प्रति केंद्र पांच-पांच सौ अभ्यर्थी भाग ले रहे हैं. एक कमरे में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए केवल 25 परीक्षार्थियों को बिठाया जाएगा. दोनों केंद्रों के 20-20 कमरे इस लिहाज से उपयोग में लाए जा रहे हैं.
महेंद्र कनौजिया ने बताया कि जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश द्वारा उनके प्रेजेंटेटिव के रूप में उपजिलाधिकारी सदर नागेंद्र नाथ यादव को नामित किया गया है. उसके साथ ही महाविद्यालय की तरफ से नोडल अधिकारी नामित हैं. उन दोनों लोगों की देखरेख में ट्रेजरी में रखे प्रश्नपत्र महाविद्यालय जाएंगे. परीक्षा समाप्त होने के बाद फ़ोर्स और अधिकारियों के पर्यवेक्षण में नियत स्थान पर उत्तर पुस्तिकाओं को भेजा जाएगा.
कोरोना काल के दौरान बरती जा रही सावधानियों के बारे में बात करते हुए डीआईओएस महेंद्र कनौजिया ने बताया कि इस दौरान हम लोग यह ख्याल रख रहे हैं कि महाविद्यालय को पहले से सैनिटाइज करवा दिया जाए. गेट पर ही थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जा रही है. इसके साथ ही प्रत्येक बच्चे को सैनिटाइजर इत्यादि की व्यवस्था देकर उसे सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा कक्ष में बिठाया जाएगा.
डीआईओएस ने कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा आयोजित करने के लिए हमने पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा से पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स मांगा है. इसके साथ ही सेक्टर मजिस्ट्रेट और नोडल अधिकारियों की निगरानी में परीक्षा का सकुशल आयोजन किया जाएगा.