अलीगढ़: शहर में निजी स्कूलों में किताब और यूनिफॉर्म के नाम पर चल रहा गोरखधंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है. कुछ चुनिंदा दुकानों पर ही स्कूल की ड्रेस बेची जा रही है. अधिक कीमत होने के बाद भी उन्हीं दुकानों से ड्रेस खरीदना स्कूलों ने अनिवार्य कर दिया है. जो ब्लेजर बाजार में 200 रुपये का मिल रहा है, वही ब्लेजर स्कूल की चुनिंदा दुकानों से 500 रुपये का खुलेआम बेचा जा रहा है.
- स्कूलों में किताब और यूनिफॉर्म के नाम पर निजी दुकानों से खरीदारी का गोरखधंधा फल-फूल रहा है.
- शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले स्कूलों में अब लगातार कमीशनखोरी हो रही है.
- बाजार में 200 रुपये का बेचा जाने वाला ब्लेजर स्कूल की ड्रेस मिलने वाली दुकानों पर 500 रुपये का बेचा जा रहा है.
- कमीशन के चलते स्कूल और कॉलेज से मिलकर दुकानदार महंगे दामों पर स्वेटर बेच रहे हैं.
- चुनिंदा दुकानों पर ही स्कूल की जरूरत का सामान मिलने को लेकर अभिभावक परेशान हैं.
अभिभावक दीपक दुबे ने बताया कि मेरे बच्चे पब्लिक कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ते हैं. जब हम ड्रेस और स्वेटर खरीदने जाते हैं तो 200 रुपये वाला स्वेटर 400 से 500 रुपये में मिलता है. जिसकी वजह से हम खरीदने में असमर्थ हैं. स्कूल और दुकानदारों के बीच जो धंधा चल रहा है, उसको खत्म होना चाहिए.
छात्रा निशा पाठक ने कहा कि हम ठंड में अपने भाइयों के लिए गरम कपड़े लेने जाते हैं, तो स्कूल की ड्रेस किसी अन्य शॉप पर नहीं मिलती है. एक ही शॉप पर मिलती है जो स्कूल वाले बताते हैं. जो चीज हमें मार्केट में 100 रुपए में मिलती है उसके लिए डेढ़ सौ से दो सौ रुपये ज्यादा देने पड़ते हैं.
यूनिफॉर्म एक जगह से मिलने की जो बात है इस संदर्भ में मेरे पास कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. यदि ऐसी कोई शिकायत आती है तो उसको देखा जाएगा. वास्तव में क्या पोजीशन है. मेरे संज्ञान में तो यह चीज नहीं है. फिर भी अगर ऐसी कोई शिकायत मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी.
-धर्मेंद्र शर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक