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धनौली में 62वें दिन भी धरना जारी, डीएम का करेंगे घेराव

आगरा की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत धनौली में पिछले 62 दिन से धरना-प्रदर्शन जारी है. सड़क के दोनों और नाले एवं पक्की सड़क बनाने की मांग को लेकर धरना चल रहा है. आज प्रदर्शनकारियों ने डीएम का घेराव करने की चेतावनी है.

धरना जारी
धरना जारी
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Published : Dec 14, 2021, 2:33 PM IST

Updated : Dec 14, 2021, 4:16 PM IST

आगरा: आगरा की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत धनौली में पिछले 62 दिन से धरना-प्रदर्शन जारी है. सड़क के दोनों और नाले एवं पक्की सड़क बनाने की मांग को लेकर धरना चल रहा है. शासन-प्रशासन हर बार आश्वासन देकर चला जाता है, लेकिन धनौली में विकास न होने से जनता काफी परेशान है. जनता ने जनप्रतिनिधियों पर भी धनौली की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए उनका पुतला दहन किया था. अब एक बार फिर प्रदर्शनकारी जिला मुख्यालय पर पहुंचकर जिला अधिकारी का घेराव करेंगे. उन्होंने आत्मदाह की भी चेतावनी दी है.

आगरा जगनेर रोड स्थित ब्लॉक का गोला की ग्राम पंचायत धनौली के विकास नगर में सिरोली रोड के दोनों ओर नाले और रोड बनाने की मांग को लेकर दो माह से धरना-प्रदर्शन चल रहा है. प्रदर्शन के 62वें दिन प्रदर्शनकारियों ने एलान किया है कि वह मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर जिला अधिकारी का घेराव करेंगे. वहीं, प्रदर्शनकारियों ने आत्मदाह की भी चेतावनी दी है.

धनौली में 62वें दिन भी धरना जारी

समाज सेविका एवं किसान नेता सावित्री चाहर के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन जारी है. सावित्री चाहर ने बताया कि धनौली में जलभराव और गंदगी से जनता परेशान थी. प्रशासन ने कच्चे नाले तो कटवा दिए हैं, लेकिन इन्हें पक्का नहीं कराया गया. हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन दिया गया. समाज सेविका ने बताया है कि उन्होंने एक नवंबर को भूमि समाधि लेने का प्रयास किया तो तहसीलदार सदर रजनीश वाजपेई ने उन्हें 20 नवंबर से विकास कार्य शुरू कराने का भरोसा दिलाया था.

समाज सेवक चौधरी प्रेम सिंह और 85 वर्षीय कीर्ति अम्मा क्षेत्रीय निवासी ने भी जब 25 नवंबर को भूमि समाधि लेने का प्रयास किया तो एक बार फिर उन्हें पक्के नाले और सड़क बनवाने का आश्वासन दिया गया. प्रशासन द्वारा कच्चे नाले तो खोद दिए गए, लेकिन विकास कार्य शुरू नहीं कराए गए. रविवार को धरनास्थल पर ही बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं और पुरुष पहुंचे. उन्होंने कहा कि मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर जिला अधिकारी का घेराव करेंगे. जरूरत पड़ी तो आत्मदाह भी करेंगे.

यह भी पढ़ें: झांसी में अभद्रता पर भड़के भाजपाई, थाना घेर किया हंगामा, गूंजे जय श्री राम के नारे

दो दर्जन से अधिक गांव के लोग इन रास्तों से होकर निकलते हैं, लेकिन शासन-प्रशासन हर बार इन्हें तारीख पर तारीख दे देता है. विकास कार्यों को लेकर जनता में काफी आक्रोश है, वहीं, उन्होंने जनप्रतिनिधियों पर भी विकास कार्य न कराने का आरोप लगाया है. क्षेत्रीय निवासियों का कहना है कि हर बार सिर्फ उन्हें आश्वासन ही मिलता है. क्षेत्रीय विधायक हेमलता दिवाकर से जब पत्रकारों ने धनौली के धरने के विषय में जानना चाहा तो विधायक बोलीं कि समाधि लेने वाले लोग विपक्ष के पैसे से धरना चला रहे हैं. हमने धनौली में काफी विकास कार्य कराए हैं.

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आगरा: आगरा की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत धनौली में पिछले 62 दिन से धरना-प्रदर्शन जारी है. सड़क के दोनों और नाले एवं पक्की सड़क बनाने की मांग को लेकर धरना चल रहा है. शासन-प्रशासन हर बार आश्वासन देकर चला जाता है, लेकिन धनौली में विकास न होने से जनता काफी परेशान है. जनता ने जनप्रतिनिधियों पर भी धनौली की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए उनका पुतला दहन किया था. अब एक बार फिर प्रदर्शनकारी जिला मुख्यालय पर पहुंचकर जिला अधिकारी का घेराव करेंगे. उन्होंने आत्मदाह की भी चेतावनी दी है.

आगरा जगनेर रोड स्थित ब्लॉक का गोला की ग्राम पंचायत धनौली के विकास नगर में सिरोली रोड के दोनों ओर नाले और रोड बनाने की मांग को लेकर दो माह से धरना-प्रदर्शन चल रहा है. प्रदर्शन के 62वें दिन प्रदर्शनकारियों ने एलान किया है कि वह मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर जिला अधिकारी का घेराव करेंगे. वहीं, प्रदर्शनकारियों ने आत्मदाह की भी चेतावनी दी है.

धनौली में 62वें दिन भी धरना जारी

समाज सेविका एवं किसान नेता सावित्री चाहर के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन जारी है. सावित्री चाहर ने बताया कि धनौली में जलभराव और गंदगी से जनता परेशान थी. प्रशासन ने कच्चे नाले तो कटवा दिए हैं, लेकिन इन्हें पक्का नहीं कराया गया. हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन दिया गया. समाज सेविका ने बताया है कि उन्होंने एक नवंबर को भूमि समाधि लेने का प्रयास किया तो तहसीलदार सदर रजनीश वाजपेई ने उन्हें 20 नवंबर से विकास कार्य शुरू कराने का भरोसा दिलाया था.

समाज सेवक चौधरी प्रेम सिंह और 85 वर्षीय कीर्ति अम्मा क्षेत्रीय निवासी ने भी जब 25 नवंबर को भूमि समाधि लेने का प्रयास किया तो एक बार फिर उन्हें पक्के नाले और सड़क बनवाने का आश्वासन दिया गया. प्रशासन द्वारा कच्चे नाले तो खोद दिए गए, लेकिन विकास कार्य शुरू नहीं कराए गए. रविवार को धरनास्थल पर ही बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं और पुरुष पहुंचे. उन्होंने कहा कि मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर जिला अधिकारी का घेराव करेंगे. जरूरत पड़ी तो आत्मदाह भी करेंगे.

यह भी पढ़ें: झांसी में अभद्रता पर भड़के भाजपाई, थाना घेर किया हंगामा, गूंजे जय श्री राम के नारे

दो दर्जन से अधिक गांव के लोग इन रास्तों से होकर निकलते हैं, लेकिन शासन-प्रशासन हर बार इन्हें तारीख पर तारीख दे देता है. विकास कार्यों को लेकर जनता में काफी आक्रोश है, वहीं, उन्होंने जनप्रतिनिधियों पर भी विकास कार्य न कराने का आरोप लगाया है. क्षेत्रीय निवासियों का कहना है कि हर बार सिर्फ उन्हें आश्वासन ही मिलता है. क्षेत्रीय विधायक हेमलता दिवाकर से जब पत्रकारों ने धनौली के धरने के विषय में जानना चाहा तो विधायक बोलीं कि समाधि लेने वाले लोग विपक्ष के पैसे से धरना चला रहे हैं. हमने धनौली में काफी विकास कार्य कराए हैं.

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Last Updated : Dec 14, 2021, 4:16 PM IST
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