आगरा: संभल जिले की थाना चंदौसी पुलिस की दबिश से आहत होकर आलू व्यापारी ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं व्यापारी की मौत से नाराज ग्रामीणों ने थाना खंदौली का घेराव कर हंगामा भी किया.
जानकारी के मुताबिक विधानसभा एत्मादपुर थाना खंदौली क्षेत्र के गांव खड़िया में बीती रात चंदौसी जिला संभल की पुलिस चरन सिंह पुत्र तुलाराम उम्र 40 वर्ष को पकड़ने आई थी. पुलिस की आने की सूचना पाकर चरन सिंह मौके से फरार हो गया था. पुलिस मृतक के भाई राजपाल और राजेंद्र को अपने साथ ले गई थी. बताया गया कि चरन सिंह पुत्र तुला राम के विरुद्ध थाना चंदौसी में 336/20 धारा 120, 406 में अभियोग पंजीकृत है.
दबिश से आहत होकर की आत्महत्या
मृतक की पत्नी शशि के मुताबिक जिस वक्त पुलिस दबिश देने आई थी, परिवार के अन्य सदस्यों ने पुलिस से समझौता करने की बात कही थी. लेकिन चंदौसी पुलिस नहीं मानी और मृतक के भाई राजपाल और राजेंद्र को अपने साथ ले गई, जिसके बाद से ही चरन सिंह गायब था. फिर बुधवार सुबह तड़के चरन सिंह का शव गांव के पास ही हाईटेंशन लाइन के खंबे पर फंदे से लटका हुआ मिला.
ग्रामीणों में भारी आक्रोश
चरन सिंह की मौत के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है. बुधवार सुबह ग्रामीणों ने थाना खंदौली का घेराव किया. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने शव को परिजनों को बिना जानकारी दिए पोस्टमार्टम गृह भेज दिया और चंदौसी पुलिस चरन सिंह के भाई को जबरन क्यों लेकर गई?
मृतक के भाई ने पुलिस पर लगाया मारपीट का आरोप
चंदौसी पुलिस दबिश के दौरान मृतक चरण सिंह के भाई राजपाल और राजेंद्र को अपने साथ लेकर गई थी. राजेंद्र ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की थी. यह बात राजेंद्र ने बुधवार सुबह थाने पहुंचने पर बताई.
मामला पुलिस की दबिश से आहत होकर व्यापारी की मौत का है, लेकिन थाना खंदौली पुलिस पूरी तरह पुलिस का बचाव करती दिख रही है, जबकि मृतक के भाई द्वारा बताया गया है कि पुलिस ने थाना खंदौली में आकर भी उसकी बात नहीं मानी थी और जबरन गाड़ी में लेकर गए थे. वहीं जब भाई की मौत की सूचना मिली तो चंदौसी पुलिस ने मृतक के दोनों भाइयों को छोड़ दिया था.