सीतापुर:दस्यु सरगना मलखान सिंह रविवार को जनपद केगोंदलामऊ क्षेत्र के कैलाश आश्रम मन्दिर परिसर में आयोजित अर्कवंशी उत्थान महारैली को सम्बोधित किया.इस दौरान उन्होंने पुलवामा हमले में शहीद वीर जवानों को श्रद्धाजंलि देने के साथ ही पाकिस्तान को चेतावनी दिया.मलखान सिंह का कहना है कि अगर भारत सरकार उन्हें मौका दे तो अपने दल-बल के साथपाकिस्तान को सबक सिखा देंगे. इसी सिलसिले आजकलमलखान सिंह ने अर्कवंशी क्षत्रिय समाज के युवाओं से पाकिस्तान से दो-दो हाथ करने को तैयार रहनेकी अपील कर रहें हैं.
सीतापुर: पाकिस्तान को धूल चटाने के लिए आगे आया दस्यु मलखान सिंह
पुलवामा में पाकिस्तान के कायराना हमले के बाद देश भर में आक्रोश का माहौल है. आक्रोश की इस कड़ी में किसी जमाने में चंबल घाटी के दस्यु सम्राट रहे मलखान सिंह का नाम भी जुड़ा है. मलखान सिंह का कहना है कि अगर भारत सरकार उन्हें मौका दे तो पाकिस्तान को सबक सिखा देंगे.
सीतापुर:दस्यु सरगना मलखान सिंह रविवार को जनपद केगोंदलामऊ क्षेत्र के कैलाश आश्रम मन्दिर परिसर में आयोजित अर्कवंशी उत्थान महारैली को सम्बोधित किया.इस दौरान उन्होंने पुलवामा हमले में शहीद वीर जवानों को श्रद्धाजंलि देने के साथ ही पाकिस्तान को चेतावनी दिया.मलखान सिंह का कहना है कि अगर भारत सरकार उन्हें मौका दे तो अपने दल-बल के साथपाकिस्तान को सबक सिखा देंगे. इसी सिलसिले आजकलमलखान सिंह ने अर्कवंशी क्षत्रिय समाज के युवाओं से पाकिस्तान से दो-दो हाथ करने को तैयार रहनेकी अपील कर रहें हैं.
मलखान सिंह ने अर्कवंशी क्षत्रिय योवाओं का आवाहन करते हुए कहा यदि सरकार मुझे पाकिस्तान के खिलाफ लडने के बाडर पर भेजती है तो आप सब युवा भी देश की रक्षा के लिए तैयार हो जाओ.
Body:पुर्व दस्यु सरगना दद्दा मलखान सिंह अर्कवंशी उत्थान महारैली को सम्बोधन के दौरान कहा कि 70 साल की आजादी में खंगार खेगर,अरख,अर्कवंशी इनको कभी राजनैतिक भागेदारी नही दी गई. देश की बिडम्बना देखिए. अर्कवंशी का अर्थ हर आदमी नही जानता.अर्कवंशी क्या होता है. सूर्य भगवान की जो पूजा करता थे. और सूर्व भगवान की पूजा करने के बाद जो अर्क देते थे.उन्हें ही कालान्तर से ही अर्कवंशी नाम से जाने जाते है.अर्कवंशी एक क्षत्रिय कोम है.क्षत्रिय में एक वंस नही है. क्षत्रियों में बहुत से वंस है. अर्थिक स्थित खराब होने के कारण,पढाई लिखाई कम होने के कारण,लोग क्षत्रिय नही मानने लगते है. अकेले वर्जनल,ऐतिहासिक कोम अर्कवंशी ही है. इस बात के लिए यदि कोई क्षत्रिय,इतिहासकार मुझसे बहेश करना चाहे तो मलखान सिंह को बुला लिया जाय. अगर अर्कवंशी इतिहास में क्षत्रिय नही निकले तो मै कभी भी माईक नही पकडूगा. अब ऐसी संगठन की घडी आ चुकी है.वोट अर्कवंशी,खंगार का गिरेगा तो एकही पटल पर एक ही पार्टी को गिरेगा. दूसरे में नही गिरेगा. इस दौरान मलखान सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हमने लोकसभा के दो टिकट मांगे है.यदि कोई पार्टी हमारे समाज को टिकट देता है चाहे धौरारह सीट हो य बंदा सीट तो हमारा समाज सत्तर साल की आजादी का मह सब भूल जायेंगे कि हमे 70 साल के बाद तो हकदारी तो मिली. दोनों टिकट में कमी रखी तो कोई भी पार्टी हो कोई भी दल हो अपने समाज के लोगों से कहने के लिए आये है. कि अपना वोट ऐसी दिशा में डालना जिस से बडे बडे नेता धूल चाट कर जाये.
Conclusion: