अंबाला: नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल तब खुली जब एक गरीब शख्स अपनी गर्भवती पत्नी को तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल लाया. पैसे के अभाव में शख्स अपनी पत्नी को रेहड़ी में लेकर अस्पताल आया था. शख्स के मुताबिक वो बार-बार गुहार लगाता रहा, लेकिन अस्पताल के स्टाफ ने उसे स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं करवाया. महिला दर्द से कहराती और चीखती रही, लेकिन किसी ने उसकी तरफ ध्यान देना भी मुनासिब नहीं समझा.
रेहड़ी पर महिला ने बच्चे को दिया जन्म : इस दौरान महिला ने अस्पताल के गेट पर ही कड़कड़ती ठंड में रेहड़ी पर ही बच्चे को जन्म दे दिया. इस बात की खबर लगते ही अस्पताल स्टाफ में खलबली मच गई. जिसके बाद आनन-फानन में जच्चा-बच्चा को वार्ड में ले जाया गया. इस मामले की जानकारी अस्पताल के सीनियर अधिकारियों समेत हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री को भी दी गई.
जांच के लिए बनाई कमेटी : नागरिक अस्पताल अंबाला शहर की प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर संगीता गोयल ने कहा कि उन्हें मामले में स्टाफ की लापरवाही की शिकायत मिली है. इस पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है. जांच कमेटी की रिपोर्ट में जो भी दोषी होगा. उसपर कार्रवाई की जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्री ने दिया कार्रवाई का भरोसा: इस पूरे मामले पर हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि तथ्यों की जांच करवानी पड़ेगी. डिलीवरी के लिए हम मुफ्त एंबुलेंस देते हैं. अब ये पता लगाना है कि ये सब बताया गया था कि नहीं बताया गया था. मामले की गंभीरता से जांच करवाई जाएगी. इसमें लापरवाही करने वाले किसी भी स्टाफ या डॉक्टर को नहीं बख्शेंगे.
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