मदुरै: तमिलनाडु के मदुरै रेलवे जंक्शन पर शनिवार सुबह 5:15 बजे पास खड़ी एक पर्यटक ट्रेन में अचानक आग लगने से कम से कम 9 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. ट्रेन उत्तर प्रदेश के लखनऊ से पर्यटकों को लेकर आ रही थी. इस हादसे में 20 पर्यटक झुलस गए. उन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं, दमकलकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद 7:15 बजे के आसपास आग पर काबू पा लिया. दक्षिण रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. मृतकों की पहचान परमेश कुमार गुप्ता (55), अंकुराता श्याम (36), शत्रुदमन सिंह (65), मनोरमा अग्रवाल (82), हेमानी बंसल (22), मिथिलेश कुमारी (62), शांति देवी वर्मा (57), दीपक (20) और हरीश कुमार (60) के रूप में की गई है. वहीं दक्षिण रेलवे ने घोषणा की है कि दक्षिणी सर्कल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त ए.एम. चौधरी 27 अगस्त से जांच शुरू करेंगे.
आग ट्रेन के दो डिब्बों में लगी. इस हादसे में ट्रेन में सफर कर रहे बुजुर्ग समेत 9 यात्रियों की मौत हो गई. बताया गया कि आग में 20 से ज्यादा लोग झुलस गए. पुलिस और रेलवे अधिकारियों ने कहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि यात्रियों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया. अग्निशमन और बचाव दल की ओर से राहत बचाव अभियान पूरा कर लिया गया. आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया. पर्यटक प्राइवेट पार्टी कोच में सवार थे.
जानकारी के अनुसार दक्षिण भारत में स्वामी दर्शन के लिए 17 अगस्त को उत्तर प्रदेश के लखनऊ से ट्रेन द्वारा 60 से अधिक तीर्थयात्री तमिलनाडु पहुंचे. वे नागरकोइल में पद्मनाभ स्वामी मंदिर में दर्शन करने के बाद आज (26 अगस्त) सुबह मदुरै पहुंचे. मदुरै रेलवे स्टेशन से लगभग एक किमी दूर मदुरै बोडी लाइन पर पर्यटक ट्रेन रुकी हुई थी.
ऐसे लगी आग: बताया जाता है कि उस वक्त ट्रेन में मौजूद श्रद्धालुओं ने सिलेंडर से खाना बनाने की कोशिश की. कहा जा रहा है कि सिलेंडर फट गया और आग लग गई. बताया गया है कि आग उस वक्त लगी जब ट्रेन में चाय बन रही थी. आग लगने के बाद चीख पुकार मच गई. तीर्थयात्री जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. बताया जा रहा है कि 50 से ज्यादा पर्यटक ट्रेन से उतर गए और कुछ ट्रेन में ही फंस गए.
अग्निशमन विभाग सक्रियता से ट्रेन के डिब्बे में लगी आग को बुझाने में जुटा रहा और आग पर काबू पा लिया. हालांकि, इस दौरान 9 लोगों की आग में जलकर दर्दनाक मौत हो गई. रेलवे सुरक्षा बल पुलिस और एसएस कॉलोनी थाना पुलिस मामला दर्ज कर मामले की सक्रियता से जांच कर रही है. तमिलनाडु के वाणिज्यिक कर मंत्री मूर्ति और अन्य ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति की जानकारी ली. साथ ही मदुरै जिला प्रमुख संगीता ने भी मौके पर जाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया. उन्होंने लगातार घायल हो रहे साथी यात्रियों से हादसे के बारे में जानकारी ली. रेलवे पुलिस आग लगने के कारणों की जांच कर रही है. मदुरै की कलेक्टर संगीता मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्यों की जांच कीं.
दक्षिणी रेलवे ने इस दुखद विस्फोट के लिए ट्रेन के डिब्बे के भीतर खाना पकाने के लिए अवैध गैस सिलेंडर के इस्तेमाल को जिम्मेदार ठहराया है. दक्षिणी रेलवे की विज्ञप्ति में चेतावनी दी गई कि यह सुरक्षा नियमों की गंभीर अनदेखी है. यात्रियों को बोर्ड पर गैस सिलेंडर जैसी ज्वलनशील सामग्री ले जाने की सख्त मनाही है. दुर्घटनास्थल पर बिखरे हुए सामान में एक गैस सिलेंडर और आलू का एक बैग था, जो खाना पकाने के प्रयास का संकेत देता है.
कोच ने 17 अगस्त को लखनऊ से अपनी यात्रा शुरू की थी और चेन्नई पहुंचने वाली थी. इस हादसे के मद्देनजर दक्षिण रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. रेलवे अधिकारियों ने घटना और इसके हताहतों के बारे में जानकारी चाहने वाले व्यक्तियों के लिए समर्पित हेल्पलाइन नंबर (9360552608 और 8015681915) भी स्थापित किए हैं. तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने मौतों पर शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
अनुग्रह राशि का ऐलान : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटना पर दुख प्रकट किया और मौतों पर शोक जताया. तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश सरकार और रेलवे ने पीड़ितों के परिजनों को अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ितों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर कहा, "तमिलनाडु के मदुरै में हुए दुर्भाग्यपूर्ण ट्रेन हादसे में लोगों की मौत बेहद दुखद और हृदय विदारक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं." उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री से बात की और घटना की जानकारी ली. योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि अधिकारियों को घायलों को उचित इलाज मिले यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. वहीं रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी करते हुए मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है.
ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ मामला : उत्तर प्रदेश के सीतापुर स्थित एक निजी पर्यटन कंपनी बेसिन के खिलाफ रेलवे पुलिस ने मामला दर्ज किया है. दुर्घटना के संबंध में रेलवे सुरक्षा अधिनियम की धारा 67, 164 और 165 के तहत मामला दर्ज किया गया है. इससे पता चलता है कि पर्यटन कंपनी की ओर से लापरवाही या नियम का उल्लंघन हुआ होगा जिसके कारण यह दुर्घटना हुई. या फिर सुरक्षा उपायों में किसी भी संभावित चूक के कारण यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई होगी. आग लगने की पूरी परिस्थितियों और कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है.