नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी ही पार्टी के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. पीएम मोदी अब 2271 दिनों के साथ देश के सबसे लंबे समय तक गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री बन गए हैं. गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री के तौर पर पीएम मोदी छठी बार 15 अगस्त को लाल किले पर झंडा फहराएंगे.
इससे पहले अटल बिहारी वाजपेई ने देश के प्रधानमंत्री के रूप में तीन अलग-अलग समय में जिनमें 1996 में 13 दिनों के लिए मार्च 1998 अप्रैल से 1999 के बीच 13 महीने के लिए और 1999 से 2004 के बीच पूर्ण 5 वर्ष के लिए 2271 दिनों तक गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था, मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 से बिना किसी रूकावट के रहे और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के 2268 दिन के रिकॉर्ड को गुरुवार को 2271 दिन पूरे करके पीछे छोड़ दिया.
वहीं अगर बात की जाए सबसे अधिक समय तक भारत के पीएम रहने की, तो इस मामले में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, श्रीमती इंदिरा गांधी और डॉक्टर मनमोहन सिंह से आगे हैं. इन तीनों के बाद पीएम मोदी चौथे नंबर पर आते हैं.
गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्र भारत के चौथे सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले पीएम बनने का रिकॉर्ड हासिल किया.
इस मुद्दे पर ईटीवी भारत ने जब बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुदेश वर्मा से पूछा तो उन्होंने कहा कि देखें रिकॉर्ड तो बनते ही रहते हैं. प्रधानमंत्री ने कभी रिकॉर्ड्स के लिए काम नहीं किया. जनता का जो समर्थन मिला है और मिलता रहा है, उसमें हमारी भावनाएं शामिल हैं. उन्होंने कहा कि निश्चित ही यह मान कर चलिए कि आने वाले 10 साल या उससे भी ज्यादा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री रहेंगे और जनता का समर्थन रहेगा सारे रिकॉर्ड्स टूटेंगे.
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भाजपा नेता ने कहा कि पीएम मोदी जनता के दर्द को समझते हैं, गरीबों के लिए काम करते हैं. निश्चित ही ऐसे प्रधानमंत्री का आकलन सिर्फ इसलिए नहीं कहा किया जा सकता है कि वह 6 साल या 7 साल रहेंगे, यह कोई आकलन का तरीका नहीं है और प्रधानमंत्री दीर्घायु हों भगवान से ऐसी कामना है और वह ऐसे ही काम करते रहेंगे जनता की भलाई के लिए.