एलुरु : आंध्र प्रदेश में वाईएसआरसीपी कार्यकर्ताओं द्वारा एक दलित लड़का समेत तीन लोगों पर हमला करने का मामला सामने आया है. मुर्गी चोरी के आरोप में 25 जुलाई को वाईएसआरसीपी के कार्यकर्ताओं ने एलुरु जिले के द्वारकाथिरुमाला मंडल अंतर्गत थिम्मापुरम में तीन व्यक्तियों की पिटाई की. यह घटना तब सामने आई जब पीड़ित मुप्पीना सुरेश, अराटिकतला रामबाबू और दलित लड़के ने शुक्रवार शाम को पुलिस के पास इसकी शिकायत की.
पीड़ितों के अनुसार, उन्हें एक बगीचे में ले जाया गया, जहां उनके साथ पहले दुर्व्यवहार किया. उनके कपड़े उतरवा दिये गए और गाली-गलौच की गई. इसके बाद उन्हें लोगों के बीच नंगे ही बैठाया गया. इसके बाद उनकी पिटाई लाठियों और प्लास्टिक पाइपों से की गई, जिसे वहां मौजूद लोग देखते रहे. इतना ही नहीं, दलित युवक के लिए उसके जाति से संबंधी अनुचित शब्दों का इस्तेमाल किया गया. बदमाशों की बर्बरता तो तब हद पार कर गई, जब उन्होंने तीनों व्यक्तियों के प्राइवेट पार्ट्स के साथ कटिंग प्लेयर से छेड़छाड़ की और उनके हाथ काटे गए. इस घटना के बाद गुरुवार 27 जुलाई को मुप्पीना सुरेश और अराटिकतला रामबाबू ने पुलिस के पास जाने का फैसला किया और वाईएसआरसीपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. वहीं, जघन्य अपराध का शिकार बने दलित लड़के ने शुक्रवार को घटना की शिकायत पुलिस के समक्ष की.
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शिकायत को ध्यान में रखते हुए द्वारकाथिरुमाला सब इंस्पेक्टर सुधीर ने कहा, "पीड़ितों को इलाज के लिए एलुरु जिला अस्पताल ले जाया गया और डॉक्टरों द्वारा जांच और इलाज के बाद मामले पर कार्रवाई की गई." इस घटना में पुलिस ने छह आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी अत्याचार का मामला दर्ज किया गया है. पीड़ितों ने पुलिस को यह भी बताया कि वाईएसआरसीपी नेताओं ने किसी भी पुलिस मामले से बचने के लिए शुक्रवार को पीड़ितों के साथ बात करने और उनसे समझौता करने की कोशिश की थी. उन्होंने एक जन प्रतिनिधि के माध्यम से भी मोबाइल फोन पर बात करने की कोशिश की. हालांकि, पीड़ितों ने अपने साथ हुई क्रूरता के बाद समझौता करने से इनकार कर दिया.: