उदयपुर. राजस्थान सरकार की ओर से 'नो मास्क नो एंट्री' जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत नगर निगम की ओर से गुरुवार को फतह सागर पाल पर लोक कलाकारों के माध्यम से पर्यटकों को कोरोना के प्रति जागरुक किया गया.
नगर निगम उप महापौर एवं स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष पारस सिंघवी ने बताया कि लोक कलाकारों ने लोक गीतों के माध्यम से कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग रखने, अपने हाथों को बार-बार साबुन से धोने के लिए आग्रह किया. लोक कलाकारों ने नाच कर, गीत गा कर दिया संदेश दिया. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच लोग और शहर में घूमने वाले पर्यटकों लापरवाही बरत रहे हैं. जिसको रोकने के लिए उदयपुर नगर निगम ने नया तरीका इजाद किया है. गुरुवार को दोपहर 3 बजे नगर निगम, प्रतिबद्ध संस्थान एवं लोक कला मंडल द्वारा फतह सागर झील क्षेत्र मुंबइया बाजार, पाल पर लोक कलाकार के माध्यम से स्थानीय भाषा में नाच-गाकर आम लोगों को बढ़ते संक्रमण के प्रति जागरूक किया.
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कलाकारों ने मेवाड़ी भाषा में बने 'कोरोना वायरस से बचाओ', '2 गज की दूरी से करोना भाग जाएगा' आदि के गीत पर नाच-गाकर पर्यटकों को जागरूक किया. नगर निगम आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ, प्रतिबद्ध संस्थान के गिरीश भारती, लोकेश गौड़, अरुण टांक, नगर निगम कर्मचारी आदि भी लोक कलाकारों के साथ पर्यटकों को जागरूक करते हुए मास्क लगाने की अपील की. इस दौरान कोरोना वायरस गाइडलाइन की पालना नहीं करने वाले और लापरवाह लोगों को लोक कलाकारों ने जागरूक किया. साथ ही जिन लोगों ने मास्क नहीं लगा रखे थे उन्हें मास्क भी पहनाए.