श्रीगंगानगर. जिले की केंद्रीय कारागृह में अंकित भादू और जगला गैंग के गुर्गों में भिड़ंत होने के मामले में जेल प्रशासन ने कोतवाली पुलिस थाना में दोनों पक्षों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. वहीं इनकी बैरिकों के बाहर कड़ी सुरक्षा कर दी गई है.
बता दें कि जेल में हुई मारपीट के बाद दलित समाज और सामाजिक संगठनों ने जेल के बाहर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया. इन लोगों की माने तो शुक्रवार को हुए घटनाक्रम में जेल में बंद दलित समाज के तीन युवकों के साथ जेल प्रशासन और पुलिस ने अमानवीयता बरतते हुए बेरहमी से मारपीट की है. इन लोगों ने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन द्वारा जेल में कैदियों के साथ व्यवहार ठीक नहीं किया जा रहा है और बंदियों से वसूली करने के लिए जेल प्रशासन उन्हें यातनाएं दी रहा है. प्रदर्शनकारियों की माने तो झगड़े का कारण जेल में वसूली है.
पढ़ेंः रूपा मीणा गैंग के सदस्य गिरफ्तार, पूछताछ में खुलासा - वर्चस्व की लड़ाई के चलते हो रही थी गैंगवार
वहीं शुक्रवार शाम को जेल में हुई मारपीट का कारण जेल में बनी कैंटीन के निकट दोनों गुटों के बंदियों में बोलचाल होने के बाद कुछ क्षणों में दोनों पक्ष एक-दूसरे के साथ मारपीट करने लगे. जेल पहरीयों ने इन्हें अलग-अलग करके खून खराबा होने से बचा लिया. इन सभी युवकों को अलग-अलग बैरकों में बंद कर दिया गया है. इन बैरकों की कड़ी सुरक्षा की जा रही है. वहीं जेल में हुई मारपीट के बाद रवि कुमार की रिपोर्ट पर अंकित भादू की गैंग से ताल्लुक रखने वाले आकाश, नवनीत गर्ग, मंजीत यादव, जोगेंद्र तवर, साहिल और जगला गैंग के रजत बाबू, अनमोल, राहुल वर्मा, लक्ष्मण जाखड़, भवानी सिंह के खिलाफ एक दूसरे से मारपीट करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करवाया गया है. उधर जेल के बाहर आक्रोशित लोगों ने जेल में चल रहे मामले की जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ कारवाई की बात कहीं है.