श्रीगंगानगर. लॉकडाउन का असर हर वर्ग पर पड़ रहा है. ऐसे में किसान भी लॉकडाउन की मार झेल रहे हैं. किसानों को बाजार में सब्जियों के पूरे दाम तक नहीं मिल रहे हैं. जिसकी वजह से सब्जियों को ओने-पौने दामों में बेचना मजबूरी बन गई है.
बता दें कि जिले में बड़ी संख्या में सब्जी उत्पादक किसानों की सब्जियां खेतों में तैयार पड़ी हैं. इसके बावजूद भी मंडी में सब्जी व्यापारी इसे खरीदने को तैयार नहीं है. जिसके चलते किसान मायूस नजर आ रहे हैं. किसानो की माने तो मंडी में जाने वाली सब्जियां बिक नहीं रही है. जिसके चलते उन्हें सब्जिया फेंकनी पड़ रही हैं.
सब्जी उत्पादक किसान कुलदीप सिंह का कहना है कि यूं तो सरकारी सेवा में हैं. लेकिन, आय बढ़ाने के लिए उन्होंने घर की जमीन पर परंपरागत खेती को छोड़कर सब्जी की खेती शुरू की थी. लेकिन लॉकडाउन के चलते सब्जियां नहीं बिकने से अब ये खेती भी घाटे का सौदा नजर आ रही है. कुलदीप सिंह की माने तो जो सब्जियां पहले बाजार में 40 रुपये से 60 रुपये के हिसाब से बिकती थी. वहीं अब 20 रुपये तक के भाव में बिक रही हैं.
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किसान कुलदीप ने बताया कि सब्जियों की खेती में खर्चा ज्यादा है. भाव सही मिले तो खर्चे निकाल कर दूसरी परंपरागत खेती के मुकाबले इसमें फायदा भी है. लेकिन मौजूदा वक्त के हातालों के चलते इस बार सब्जी उत्पादक किसानों की सब्जियां बाजार में आढ़ती भी मन मुताबिक भाव में ले रहे हैं. जिसके चलते इन किसानों को अब नुकसान उठाना पड़ रहा है.