पाली. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते किए गए लॉकडाउन के 10 दिन बितने को हैं. 10 दिनों से दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों की कमाई नहीं हुई है. इससे उनके परिवार के सामने भोजन का संकट है. ऐसे में पाली के भामाशाहों ने अपने हाथ इन सभी लोगों के लिए खोल दिए हैं. इन लोगों के लिए 24 घंटे रसोई शुरू कर दी गई है.
इस रसोई में ना ही लोगों की भीड़ हो रही है और ना ही किसी भी प्रकार से संक्रमण हो रहा है. 24 घंटे चलने वाली इस रसोई के लिए एक कॉल सेंटर भी स्थापित किया गया और इस पूरी रसोई का निर्देशन पाली प्रशासन की ओर से किया जा रहा है. कोई भी दिहाड़ी मजदूर अपने परिवार की भूख शांत करने के लिए इस कॉल सेंटर पर फोन कर सकता है और इस रसोई से सप्लाई लेकर डिलीवरी बॉय लोगों के घर भोजन पहुंचा रहा है. यहां यह प्रयास पाली के उद्यमियों व सीईटीपी ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है.
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बता दें कि सीईटीपी ट्रस्ट और पाली के सभी उद्यमियों की ओर से प्रशासन के सामने मदद का आश्वासन दिया गया था. इसी आश्वासन के चलते सीईटीपी की ओर से पाली में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों के लिए 24 घण्टे के लिए इस रसोई को शुरू की है. सुबह और शाम भोजन के 500-500 पैकेट वितरित किए जा रहे हैं.
सीईटीपी ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया कि इस रसोई में सभी गुणवत्ता युक्त समान और साफ-सफाई का सबसे ज्यादा ख्याल रखा जा रहा है. हर समय का मेन्यू भी बदल रहा है. इस कार्य की पूरी निगरानी प्रशासन द्वारा रखी जा रही है. इस रसोई से भोजन मंगवाने के लिए एक कॉल सेंटर भी बनाया गया है. एक कॉल पर 4 पैकेट दिए जा रहे हैं. पैकेट को घर तक पहुंचने के लिए डिलीवरी बॉय भी रखे गए हैं. साथ ही जिनके पास भोजन के पैकेट जा रहे हैं, उनकी वास्तविक स्थिति का भौतिक सत्यापन भी किया जा रहा है.