ETV Bharat / state

नागौर: अवैध बजरी खनन से ग्रामीण परेशान, अधिकारियों से की खनन पर अंकुश लगाने की मांग

कोर्ट की रोक के बावजूद नागौर जिले के रियांबड़ी इलाके में अवैध बजरी खनन जारी है. ग्रामीणों ने कलेक्टर और एसपी से मिलकर बजरी के अवैध खनन पर अंकुश लगाने की मांग की है. वहीं पिछले दिनों ग्रामीणों ने अवैध बजरी खनन के विरोध में प्रदर्शन किया था.

Illegal Gravel Mining, नागौर न्यूज
author img

By

Published : Sep 23, 2019, 6:21 PM IST

नागौर. कोर्ट की रोक के बावजूद रियांबड़ी इलाके के 10 से ज्यादा गांवों में चल रहे अवैध बजरी खनन से ग्रामीण तंग आ गए हैं. ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर और एसपी से मुलाकात कर अवैध बजरी खनन पर रोक लगाने की मांग की है. वहीं पिछले दिनों रियांबड़ी में ग्रामीणों ने अवैध बजरी खनन के विरोध में प्रदर्शन किया था.

पढ़ें- झालावाड़ में इंजन चोरी के शक में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रिछपाल मिर्धा के नेतृत्व में आलनियावास ग्राम पंचायत की ओर से अधिकारियों को पत्र भी दिया गया. जिसमें बताया कि लूणी नदी के बहाव क्षेत्र में आने वाले कई गांवों में बजरी का खनन किया जा रहा है. इससे वहां हजारों की संख्या में पेड़-पौधे नष्ट हो गए हैं.

ग्रामीणों ने की अवैध बजरी खनन पर रोक लगाने की मांग

ग्रामीणों का यह भी कहना है कि इस बारे में कई बार पुलिस और प्रशासन को अवगत करवाया गया. लेकिन नाममात्र की कार्रवाई खानपूर्ति करने के लिए की जाती है. जबकि बजरी खनन पर पूर्ण अंकुश के लिए ठोस कदम उठाने की दरकार है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रिछपाल सिंह मिर्धा ने चेताया कि यदि समय रहते प्रशासन ने ठोस कदम नहीं उठाए तो ग्रामीण बड़ा निर्णय लेंगे.

नागौर. कोर्ट की रोक के बावजूद रियांबड़ी इलाके के 10 से ज्यादा गांवों में चल रहे अवैध बजरी खनन से ग्रामीण तंग आ गए हैं. ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर और एसपी से मुलाकात कर अवैध बजरी खनन पर रोक लगाने की मांग की है. वहीं पिछले दिनों रियांबड़ी में ग्रामीणों ने अवैध बजरी खनन के विरोध में प्रदर्शन किया था.

पढ़ें- झालावाड़ में इंजन चोरी के शक में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रिछपाल मिर्धा के नेतृत्व में आलनियावास ग्राम पंचायत की ओर से अधिकारियों को पत्र भी दिया गया. जिसमें बताया कि लूणी नदी के बहाव क्षेत्र में आने वाले कई गांवों में बजरी का खनन किया जा रहा है. इससे वहां हजारों की संख्या में पेड़-पौधे नष्ट हो गए हैं.

ग्रामीणों ने की अवैध बजरी खनन पर रोक लगाने की मांग

ग्रामीणों का यह भी कहना है कि इस बारे में कई बार पुलिस और प्रशासन को अवगत करवाया गया. लेकिन नाममात्र की कार्रवाई खानपूर्ति करने के लिए की जाती है. जबकि बजरी खनन पर पूर्ण अंकुश के लिए ठोस कदम उठाने की दरकार है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रिछपाल सिंह मिर्धा ने चेताया कि यदि समय रहते प्रशासन ने ठोस कदम नहीं उठाए तो ग्रामीण बड़ा निर्णय लेंगे.

Intro:प्रदेश भर में बजरी खनन पर कोर्ट की रोक के बावजूद नागौर जिले के रियां बड़ी इलाके में बेधड़क जारी बजरी के अवैध खनन के विरोध में अब ग्रामीण एकजुट होने लगे हैं। पिछ्ले दिनों रियां बड़ी में ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया था। आज वे अधिकारियों से मिले और बजरी के अवैध खनन पर पूरी तरह अंकुश लगाने की मांग रखी है।


Body:नागौर. कोर्ट की रोक के बावजूद रियां बड़ी इलाके के 10 से ज्यादा गांवों में चल रहे बजरी के अवैध खनन से उस इलाके के ग्रामीण अब तंग आ गए हैं। यही कारण है कि अब बजरी के अवैध खनन के विरोध में ग्रामीण खुलकर स्वर बुलंद करने लगे हैं। पिछ्ले दिनों जहां रियां बड़ी में ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। अब ग्रामीणों ने कलेक्टर और एसपी से मिलकर बजरी के अवैध खनन पर प्रभावी अंकुश लगाने की मांग रखी है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रिछ्पाल मिर्धा के नेतृत्व में आलनियावास ग्राम पंचायत की ओर से अधिकारियों को पत्र भी दिया गया। इसमें बताया कि लूनी नदी के बहाव क्षेत्र में आने वाले कई गांवों में बेधड़क बजरी का खनन किया जा रहा है। इससे वहां हजारों की संख्या में पेड़-पौधे नष्ट हो गए हैं।


Conclusion:ग्रामीणों का यह भी कहना है कि इस बारे में कई बार पुलिस और प्रशासन को अवगत करवाया गया। लेकिन नाममात्र की कार्रवाई खानपूर्ति करने के लिए की जाती है। जबकि बजरी खनन पर पूर्ण अंकुश के लिए ठोस कदम उठाने की दरकार है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रिछ्पाल मिर्धा ने चेताया कि यदि समय रहते प्रशासन ने ठोस कदम नहीं उठाए तो ग्रामीण बड़ा निर्णय लेंगे।
......
बाईट- रिछ्पाल मिर्धा, वरिष्ठ नेता, कांग्रेस।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.