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अब घर बैठे लीजिए डॉक्टर से अपॉइंटमेंट, सरकारी अस्पताल में मरीजों को लंबी लाइन से मिलेगी निजात

IHMS in Kota: सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों के लिए अब मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए रजिस्ट्रेशन और अपॉइंटमेंट की सुविधा शुरू हो गई है. इस ऐप के जरिए अस्पताल जाने वाले मरीज अब ऑनलाइन अपॉइंटमेंट ले सकते हैं. इस सुविधा के शुरू होने से मरीजों को अस्पतालों में लगने वाली लंबी कतारों से छुटकारा मिल जाएगा.

अब घर बैठे लीजिए डॉक्टर से अपॉइंटमेंट
अब घर बैठे लीजिए डॉक्टर से अपॉइंटमेंट
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 11, 2023, 5:16 PM IST

कोटा. राजस्थान सरकार ने सरकारी अस्पतालों में लगने वाली लंबी लाइनों से मरीजों को बचाने के लिए मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए रजिस्ट्रेशन और अपॉइंटमेंट की सुविधा शुरू की है. सरकारी अस्पतालों में पहले से चल रहे इंटीग्रेटेड हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम (IHMS) से कोटा के अस्पताल को भी जोड़ दिया गया है. कोटा मेडिकल कॉलेज में आने वाले मरीज अब ऑनलाइन अपॉइंटमेंट ले सकते हैं.

मरीजों को होगी आसानी: मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. संगीता सक्सेना का कहना है कि मरीजों को अब चिकित्सकीय परामर्श लेने में आसानी होगी. उन्होंने दावा किया कि इसके बाद अस्पतालों में लगने वाली लंबी कतारों से मरीजों को मुक्ति मिलेगी, मरीज अपने अपॉइंटमेंट के समय अस्पताल पहुंच जाएंगे. इसके लिए ओपीडी के अनुसार अलग-अलग दिन का डाटा फीड किया गया है. साथ ही जिस विभाग में उन्हें दिखाना है, उसके अनुसार भी इसका अपॉइंटमेंट होगा.

इसे भी पढ़ें-राजस्थान बन रहा मेडिकल टूरिज्म का हब, अमेरिका से लेकर अफ्रीकन देशों तक के मरीज पहुंच रहे जयपुर

इस तरह से कर सकेंगे अपॉइंटमेंट: मरीज को अपॉइंटमेंट के लिए पहले मोबाइल नंबर से ऐप में रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके बाद मरीज को जिस अस्पताल में दिखाना है, उसका चयन करना होगा, सामान्य जानकारी भरनी होगी, जिसमें स्वयं का नाम, माता-पिता, पति-पत्नी का नाम, जेंडर, जन्मतिथि, पता, आधार या जन आधार नंबर दर्ज करना होगा. इसके बाद उसे यह भी चयन करना होगा कि किस विभाग में कितनी तारीख को और कौन से स्लॉट में डॉक्टर से परामर्श के लिए अपॉइंटमेंट लेना है. स्लॉट में अगर अपॉइंटमेंट उपलब्ध है, तब ही उसे अपॉइंटमेंट मिलेगा नहीं तो मरीज को दूसरे दिन का चयन करना होगा. इस ऐप का उपयोग हिंदी और अंग्रेजी में किया जा सकता है.

ऐप में सभी सरकारी अस्पतालों का डाटा किया गया फीड: इस एप्लीकेशन के डाटा सर्वर में पूरे राजस्थान का डाटा फीड किया गया है. इस एप्लीकेशन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और उप जिला अस्पताल और जिला अस्पताल का भी डाटा फीड है. दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज के सभी संलग्न चिकित्सालयों का भी डाटा इसमें डाला गया है. इस एप्लीकेशन के जरिए यह भी पता लगाया जा सकता है कि कौन से चिकित्सक किस दिन ड्यूटी पर रहेंगे. इस एप में मरीजों को चिकित्सकों के ओपीडी और ऑपरेशन डे की जानकारी भी मिल सकेगी.

इसे भी पढ़ें-चीन की रहस्यमय बीमारी से बचाव के लिए राजस्थान चिकित्सा महकमे ने कसी कमर, अस्पताल में हुई मॉकड्रिल

जांच रिपोर्ट भी मिलेगी ऑनलाइन: एप्लीकेशन के जरिए ब्लड बैंक भी ऑनलाइन हो गया है. किस ग्रुप का कितना ब्लड कौन से ब्लड बैंक में उपलब्ध है यह जानकारी मराजों को आसानी से मिल जाएगी. अस्पताल में की गई जांचों की रिपोर्ट भी मरीज अपने मोबाइल में देख सकता है, साथ ही वह अपने मोबाइल पर जांच रिपोर्ट को डाउनलोड भी कर सकता है.

कुछ चुनोतियों का करना पड़ सकता है सामना: इस ऐप के इस्तेमाल के बाद मरीजों को कई चुनौतियों का भी समाना करना पड़ सकता है. मेडिकल कॉलेज और अन्य अस्पतालों में सरकारी चिकित्सकों को अन्य कार्य भी दिए जाते हैं. उन्हें कई मीटिंग में शामिल होना पड़ता है. दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों को विद्यार्थियों की क्लास भी लेनी होती है. डॉक्टर दिए गए स्लॉट टाइम पर मरीज को मिल पाएंगे या नहीं यह चुनौती जैसा ही है. दूसरी तरफ जिले के कई अस्पतालों में समय से चिकित्सकों के नहीं पहुंचने की समस्या भी है. ऐसे में मरीज अपॉइंटमेंट लेकर पहुंच जाएं, लेकिन चिकित्सक उसे वहां नहीं मिले तब भी मरीज को परेशानी का सामना करना पड़ेगा.

कोटा. राजस्थान सरकार ने सरकारी अस्पतालों में लगने वाली लंबी लाइनों से मरीजों को बचाने के लिए मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए रजिस्ट्रेशन और अपॉइंटमेंट की सुविधा शुरू की है. सरकारी अस्पतालों में पहले से चल रहे इंटीग्रेटेड हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम (IHMS) से कोटा के अस्पताल को भी जोड़ दिया गया है. कोटा मेडिकल कॉलेज में आने वाले मरीज अब ऑनलाइन अपॉइंटमेंट ले सकते हैं.

मरीजों को होगी आसानी: मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. संगीता सक्सेना का कहना है कि मरीजों को अब चिकित्सकीय परामर्श लेने में आसानी होगी. उन्होंने दावा किया कि इसके बाद अस्पतालों में लगने वाली लंबी कतारों से मरीजों को मुक्ति मिलेगी, मरीज अपने अपॉइंटमेंट के समय अस्पताल पहुंच जाएंगे. इसके लिए ओपीडी के अनुसार अलग-अलग दिन का डाटा फीड किया गया है. साथ ही जिस विभाग में उन्हें दिखाना है, उसके अनुसार भी इसका अपॉइंटमेंट होगा.

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इस तरह से कर सकेंगे अपॉइंटमेंट: मरीज को अपॉइंटमेंट के लिए पहले मोबाइल नंबर से ऐप में रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके बाद मरीज को जिस अस्पताल में दिखाना है, उसका चयन करना होगा, सामान्य जानकारी भरनी होगी, जिसमें स्वयं का नाम, माता-पिता, पति-पत्नी का नाम, जेंडर, जन्मतिथि, पता, आधार या जन आधार नंबर दर्ज करना होगा. इसके बाद उसे यह भी चयन करना होगा कि किस विभाग में कितनी तारीख को और कौन से स्लॉट में डॉक्टर से परामर्श के लिए अपॉइंटमेंट लेना है. स्लॉट में अगर अपॉइंटमेंट उपलब्ध है, तब ही उसे अपॉइंटमेंट मिलेगा नहीं तो मरीज को दूसरे दिन का चयन करना होगा. इस ऐप का उपयोग हिंदी और अंग्रेजी में किया जा सकता है.

ऐप में सभी सरकारी अस्पतालों का डाटा किया गया फीड: इस एप्लीकेशन के डाटा सर्वर में पूरे राजस्थान का डाटा फीड किया गया है. इस एप्लीकेशन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और उप जिला अस्पताल और जिला अस्पताल का भी डाटा फीड है. दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज के सभी संलग्न चिकित्सालयों का भी डाटा इसमें डाला गया है. इस एप्लीकेशन के जरिए यह भी पता लगाया जा सकता है कि कौन से चिकित्सक किस दिन ड्यूटी पर रहेंगे. इस एप में मरीजों को चिकित्सकों के ओपीडी और ऑपरेशन डे की जानकारी भी मिल सकेगी.

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जांच रिपोर्ट भी मिलेगी ऑनलाइन: एप्लीकेशन के जरिए ब्लड बैंक भी ऑनलाइन हो गया है. किस ग्रुप का कितना ब्लड कौन से ब्लड बैंक में उपलब्ध है यह जानकारी मराजों को आसानी से मिल जाएगी. अस्पताल में की गई जांचों की रिपोर्ट भी मरीज अपने मोबाइल में देख सकता है, साथ ही वह अपने मोबाइल पर जांच रिपोर्ट को डाउनलोड भी कर सकता है.

कुछ चुनोतियों का करना पड़ सकता है सामना: इस ऐप के इस्तेमाल के बाद मरीजों को कई चुनौतियों का भी समाना करना पड़ सकता है. मेडिकल कॉलेज और अन्य अस्पतालों में सरकारी चिकित्सकों को अन्य कार्य भी दिए जाते हैं. उन्हें कई मीटिंग में शामिल होना पड़ता है. दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों को विद्यार्थियों की क्लास भी लेनी होती है. डॉक्टर दिए गए स्लॉट टाइम पर मरीज को मिल पाएंगे या नहीं यह चुनौती जैसा ही है. दूसरी तरफ जिले के कई अस्पतालों में समय से चिकित्सकों के नहीं पहुंचने की समस्या भी है. ऐसे में मरीज अपॉइंटमेंट लेकर पहुंच जाएं, लेकिन चिकित्सक उसे वहां नहीं मिले तब भी मरीज को परेशानी का सामना करना पड़ेगा.

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