करौली. शहर की सड़कों पर घूमते आवारा मवेशी वाहन चालकों और राहगीरों के लिए यमदूत साबित हो रहे हैं. आवारा मवेशी हाइवे पर निकलने वाले वाहनों के आगे अड़ जाते हैं तो कई बार राहगीरों को भी चोटिल कर देते हैं. जिसकी वजह से शहर के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन नगर परिषद का ध्यान इस समस्या की ओर तनिक भी नहीं है.
शहर के एनएच 11 बी हाईवे, सब्जी मंडी, शहर के मुख्य चौराहे पर आवारा जानवर झुंड बनाकर खड़े हो जाते हैं. जिससे हाइवे से गुजरने वाले वाहनों को देर तक खड़ा रहना पड़ता है. इस कारण हाईवे पर जाम जैसे हालात तक पैदा हो जाते हैं. इन जानवरों के आतंक ने कई लोगों की जान तक ले ली है. प्रशासन द्वारा इस पर ध्यान न देने के कारण लोगों में प्रशासन के प्रति रोष है.
करौली-धौलपुर हाईवे मार्ग पर रात को खुलेआम आवारा जानवर घूमते रहते हैं. कई बार तेज रफ्तार वाहनों के आगे अचानक मवेशियों के आ जाने से वाहन चालक चोटिल हो जाते हैं, कई बार वाहन चालकों को जान तक गंवानी पड़ जाती है. जानवरों के टकराने से होने वाली दुर्घटनाओं में जानवरों की भी मौत हो जाती है. इससे राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. दर्जनों बार शिकायत के बाद भी नगर परिषद ने इस पर ध्यान नहीं दिया.
जानवरों के आतंक से परेशान होने के मामले पर जिला कलेक्टर डॉक्टर मोहन लाल यादव का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से नंदी शाला का प्रावधान किया गया है. नगर परिषद आयुक्त को निर्देश दिए गए हैं कि जितने भी परिषद में संसाधन उपलब्ध हैं. उनके जरिए आवारा जानवरों को पकड़कर नंदी शाला में पहुंचाया जाए.