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करौली: शहर की सड़कों पर खुलेआम घूम रहे 'यमराज', राह चलते राहगीरों के लिए बन रहे जी का जंजाल

करौली शहर के लोग सड़कों पर घूमते आवारा मवेशियों से परेशान हैं. आवारा पशु वाहन चालकों व राहगीरों के लिए यमदूत साबित हो रहे हैं. मवेशी हाईवे से निकलने वाले वाहनों के आगे अड़ जाते हैं तो कई बार राहगीरों को चोटिल कर देते हैं. दर्जनों शिकायतों के बावजूद नगर परिषद इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.

Stray Cattle in Karauli, करौली न्यूज
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Published : Nov 5, 2019, 11:51 AM IST

करौली. शहर की सड़कों पर घूमते आवारा मवेशी वाहन चालकों और राहगीरों के लिए यमदूत साबित हो रहे हैं. आवारा मवेशी हाइवे पर निकलने वाले वाहनों के आगे अड़ जाते हैं तो कई बार राहगीरों को भी चोटिल कर देते हैं. जिसकी वजह से शहर के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन नगर परिषद का ध्यान इस समस्या की ओर तनिक भी नहीं है.

आवारा मवेशियों से राहगीर परेशान

शहर के एनएच 11 बी हाईवे, सब्जी मंडी, शहर के मुख्य चौराहे पर आवारा जानवर झुंड बनाकर खड़े हो जाते हैं. जिससे हाइवे से गुजरने वाले वाहनों को देर तक खड़ा रहना पड़ता है. इस कारण हाईवे पर जाम जैसे हालात तक पैदा हो जाते हैं. इन जानवरों के आतंक ने कई लोगों की जान तक ले ली है. प्रशासन द्वारा इस पर ध्यान न देने के कारण लोगों में प्रशासन के प्रति रोष है.

करौली-धौलपुर हाईवे मार्ग पर रात को खुलेआम आवारा जानवर घूमते रहते हैं. कई बार तेज रफ्तार वाहनों के आगे अचानक मवेशियों के आ जाने से वाहन चालक चोटिल हो जाते हैं, कई बार वाहन चालकों को जान तक गंवानी पड़ जाती है. जानवरों के टकराने से होने वाली दुर्घटनाओं में जानवरों की भी मौत हो जाती है. इससे राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. दर्जनों बार शिकायत के बाद भी नगर परिषद ने इस पर ध्यान नहीं दिया.

पढ़ें- बाड़मेरः भारतीय किसान संघ ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, मांगें नहीं माने पर करेंगे रेलवे ट्रैक जाम

जानवरों के आतंक से परेशान होने के मामले पर जिला कलेक्टर डॉक्टर मोहन लाल यादव का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से नंदी शाला का प्रावधान किया गया है. नगर परिषद आयुक्त को निर्देश दिए गए हैं कि जितने भी परिषद में संसाधन उपलब्ध हैं. उनके जरिए आवारा जानवरों को पकड़कर नंदी शाला में पहुंचाया जाए.

करौली. शहर की सड़कों पर घूमते आवारा मवेशी वाहन चालकों और राहगीरों के लिए यमदूत साबित हो रहे हैं. आवारा मवेशी हाइवे पर निकलने वाले वाहनों के आगे अड़ जाते हैं तो कई बार राहगीरों को भी चोटिल कर देते हैं. जिसकी वजह से शहर के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन नगर परिषद का ध्यान इस समस्या की ओर तनिक भी नहीं है.

आवारा मवेशियों से राहगीर परेशान

शहर के एनएच 11 बी हाईवे, सब्जी मंडी, शहर के मुख्य चौराहे पर आवारा जानवर झुंड बनाकर खड़े हो जाते हैं. जिससे हाइवे से गुजरने वाले वाहनों को देर तक खड़ा रहना पड़ता है. इस कारण हाईवे पर जाम जैसे हालात तक पैदा हो जाते हैं. इन जानवरों के आतंक ने कई लोगों की जान तक ले ली है. प्रशासन द्वारा इस पर ध्यान न देने के कारण लोगों में प्रशासन के प्रति रोष है.

करौली-धौलपुर हाईवे मार्ग पर रात को खुलेआम आवारा जानवर घूमते रहते हैं. कई बार तेज रफ्तार वाहनों के आगे अचानक मवेशियों के आ जाने से वाहन चालक चोटिल हो जाते हैं, कई बार वाहन चालकों को जान तक गंवानी पड़ जाती है. जानवरों के टकराने से होने वाली दुर्घटनाओं में जानवरों की भी मौत हो जाती है. इससे राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. दर्जनों बार शिकायत के बाद भी नगर परिषद ने इस पर ध्यान नहीं दिया.

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जानवरों के आतंक से परेशान होने के मामले पर जिला कलेक्टर डॉक्टर मोहन लाल यादव का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से नंदी शाला का प्रावधान किया गया है. नगर परिषद आयुक्त को निर्देश दिए गए हैं कि जितने भी परिषद में संसाधन उपलब्ध हैं. उनके जरिए आवारा जानवरों को पकड़कर नंदी शाला में पहुंचाया जाए.

Intro:शहर की सड़कों पर घूमते आवारा मवेशी वाहन चालकों व राहगीरों के लिए यमराज के दूत साबित हो रहे हैं.. आवारा मवेशियों का आतंक इतना बढ़ रहा है की राह चलते लोगों को भी चोटिल कर देते हैं.. ओर तो ओर खड़ी गाड़ियों से अड जाते हैं. जिससे शहर के लोगों को परेशानी से जूझना पड़ रहा है. लेकिन नगर परिषद अपनी आंखों पर काली पट्टी बांधे बैठी है. नगर परिषद को शहर के लोगों पर आवारा जानवरों द्वारा हो रहे आतंक पर तनिक की ध्यान नहीं है..


Body:शहर की सड़क पर खुलेआम घूम रहे यमराज,राह चलते राहगीरों की बने जी.का जंजाल,

करौली

शहर की सड़कों पर घूमते आवारा मवेशी वाहन चालकों व राहगीरों के लिए यमराज के दूत साबित हो रहे हैं.. आवारा मवेशियों का आतंक इतना बढ़ रहा है की राह चलते लोगों को भी चोटिल कर देते हैं.. ओर तो ओर खड़ी गाड़ियों से अड जाते हैं. जिससे शहर के लोगों को परेशानी से जूझना पड़ रहा है. लेकिन नगर परिषद अपनी आंखों पर काली पट्टी बांधे बैठी है. नगर परिषद को शहर के लोगों पर आवारा जानवरों द्वारा हो रहे आतंक पर तनिक की ध्यान नहीं है..

दरअसल करौली शहर में आवारा मवेशियों जानवरों का आतंक इस कदर छाया हुआ है की एनएच 11 बी हाईवे, सब्जी मंडी, शहर के मुख्य चौराहे पर आवारा जानवर झुंड बनाकर खड़े हो जाते हैं. जिससे हाइवे से गुजरने वाले वाहनों को मिनटों तक खड़ा रहना पड़ता है. जिससे हाईवे पर जाम जैसी समस्या तक पैदा हो जाती है. इन जानवरों के आतंक ने कई लोगों की यमराज के दूत बनकर जान तक ले ली है. फिर भी ना तो प्रशासन की तरफ से नाही नगर परिषद की तरफ से आवारा जानवरों को पकड़ने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है. जिससे शहर के लोगों में प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है.अगर बात की जाए अगर रात की तो करौली धौलपुर तक बने NH 11 वी हाईवे सड़क मार्ग पर खुलेआम आवारा जानवरो को बैठे देखा जा सकता है..तेज रफ्तार से आने वाली गाड़ियों से कई बार सांंड भी घायल भी हो गए हैं तो वाहन चालक भी चोटिल हो गये है.. जानवरो के बैठे रहने से रात में निकलने वाले वाहनों के चालकों को और राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है..कई बार तो स्थिति यह हो जाती है की जानवर आपस मे लड़ते-लड़ते वाहनों तक पहुंच जाते हैं.. वाहनों में तोड़फोड़ तक हो जाती है.. ऐसा नहीं है की नगर परिषद या प्रशासन को इस समस्या का मालूम नहीं हो या शिकायत नहीं की गई हो दर्जनों बार शिकायत करने के बावजूद भी इन पर ध्यान नहीं देता है..
जानवरो के आतंक से परेशान होने के मामले पर जिला कलेक्टर डॉक्टर मोहन लाल यादव का कहना है की राज्य सरकार की ओर से नंदी शाला का प्रावधान किया गया है. नगर परिषद आयुक्त को निर्देश दिए गए हैं कि जितने भी परिषद में संसाधन उपलब्ध है. उनके अनुसार आवारा जानवरों को पकड़कर नंदी शाला में पहुंचाया जाए..

बाइट---- जिला कलेक्टर डॉ मोहन लाल यादव,
बाईट----दीपक शहरवासी,
बाईट-महेंद्र शहरवासी,

साधना पान्डे खबर


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