करौली. कोरोना संकट के चलते देशभर में लागू किए गए लॉकडाउन के बाद अब सरकार के आदेश के बाद करौली जिले मे बाहर के फंसे प्रवासियों और मजदूरों को अपने गृह राज्यों में पहुंचाया जा रहा है. रविवार को उतरप्रदेश के फंसे 251 लोगों को रोडवेज की बसों से रवाना किया गया. इस दौरान प्रवासियों के चेहरे पर खुशी की लहर नजर आई.
जिला कलेक्टर डॉ. मोहन लाल यादव ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन की ओर से उपखंड अधिकारी देवेंद्र सिंह परमार, एसीईएम ओमप्रकाश मीना, एडीपीएस अंशुल कुमार सिंह के नेतृत्व में करौली में फंसे हुए कुल 251 व्यक्तियों, प्रवासियों, श्रमिकों आदि को उनके गृह राज्य उत्तर प्रदेश पहुंचाने के लिए जिले के सभी उपखंडों से सामंजस्य और समन्वय स्थापित करके आवश्यक स्वास्थ्य जांच, खाद्य सामग्री और अन्य दिशा-निर्देशों के साथ प्रशासन की ओर से अधिकृत बसों में सोशल दूरी का पालन करते हुए जिला मुख्यालय पर कार्यरत टीम की ओर से रवाना किया.
जिला कलेक्टर ने कहा कि उपखंड स्तर पर उपखंड अधिकारी टोडाभीम दुर्गाप्रसाद मीना ने तीन बसों को, उपखंड अधिकारी सपोटरा कैलाश चंद शर्मा ने एक बस को और एसडीएम हिण्डौन सुरेश कुमार यादव ने एक बस को उपखंड मुख्यालयों से रवाना कराया. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के लंबे इन्तजार के बाद उत्तर प्रदेश के फंसे हुए लोगों की घर वापसी उनके लिए काफी सुखद और संतोषजनक रही. घर जाने की खुशी और प्रशासन की ओर से उनके करौली ठहराव के दौरान की गई व्यवस्थाओं के प्रति धन्यवाद देते हुए खुशी उनके चेहरे से साफ झलक रही थी.
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बता दें कि पूर्व मे जिला प्रशासन की ओर से जिला मुख्यालय से मध्य प्रदेश के फंसे 114 लोगों को व्यवस्थित तरीके से सफलतापूर्वक भेजने के बाद करौली प्रशासन की ओर से उत्तर प्रदेश के लोगों को अपने गृह राज्य मे भेजा गया है.