भोपालगढ़ (जोधपुर). उपखंड क्षेत्र के अंतर्गत खारिया खंगार गांव और पालड़ी सिद्धा के ग्राम विकास अधिकारी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद चिकित्सा विभाग की टीम द्वारा इन गांवों में पॉजिटिव के संपर्क में आने वाले लोगों के सिंपल लिए गए हैं. जानकारी के अनुसार दोनों गांवों के दुकानदार, सब्जी बेचने वाले, डेयरी वाले और ग्राम पंचायत के कर्मचारियों सहित 101 लोगों के सैंपल लिए गए हैं.
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मुख्य ब्लॉक चिकित्सा प्रभारी अधिकारी डॉ. दिलीप चौधरी ने बताया कि इन सभी के जांच सैंपल लेकर जोधपुर भिजवा दिया गया है. कोरोना वायरस के सैंपल लेने वाली टीम में रामावतार, भूपेंद्र, रामचंद्र मुंडेल, ज्योति, हीरालाल आदि चिकित्सा कर्मी शामिल थे. इस अवसर पर प्रधानाचार्य देवाराम, पटवारी रमेश गुर्जर, बीट कांस्टेबल दिनेश पांगा, बलदेवराम सारण, सीटू यूनियन अध्यक्ष उगराराम रलिया, रामनिवास राजपुरोहित, राजेंद्र लामरोड, राधेश्याम लामरोड, रामकिशोर सोनी सहित कई लोग मौजूद रहे.
स्कूली बच्चों में पाठ्यपुस्तकों का वितरण
मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पंचायत समिति भोपालगढ़ के अंतर्गत नोडल केन्द्र राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आसोप पर विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को राज्य सरकार की और से निशुल्क पाठ्यपुस्तक योजना के तहत पाठ्यपुस्तकें वितरण शुरू की गई है. इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य मनमोहन पुरोहित, पुस्तकालयाध्यक्ष गोविंद लाल सुथार, विद्यालय स्टॉफ ओम प्रकाश मेहरा, मदनलाल देवड़ा, रुपाराम शर्मा सहित राबाउमावि आसोप के पुस्तकालयाध्यक्ष श्याम सुन्दर वर्मा मौजूद रहे.
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प्रधानाचार्य मनमोहन पुरोहित ने इस अवसर पर बच्चों के लिए सरकारी योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी. और बच्चों को कोरोना काल में घर पर रहकर अपना ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षण कार्य जारी रखने के लिए निर्देश दिए. पुस्तकालयाध्यक्ष गोविंदलाल सुथार ने आसोप नोडल केन्द्र के विद्यालयों जिसमें राजकीय बालिका उमावि आसोप, राउमावि गजसिंहपुरा, राउमावि मंगेरिया, राउमावि दाड़मी आदि विद्यालयों को निशुल्क पाठ्यपुस्तकों का वितरण किया.
ठेकेदार की लापरवाही से बस स्टैंड में जमा हुआ पानी
ठेकेदार की लापरवाही और समय पर नाला निर्माण नहीं करवाने के साथ ही बरसाती पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं किए जाने से हुई बारिश के दौरान स्थानीय आसोप बस स्टैंड के हालात खराब हो गए हैं. निकासी व्यवस्था के अभाव में करीब आधे गांव का बरसाती पानी बहकर बस स्टैंड से की दुकानों में घुस गया है. वहीं बस स्टैंड पानी से लबालब तालाब की तरह नजर आने लगा है. इस दौरान यहां की ज्यादातर दुकानों में भी पानी घुस गया है, जिससे दुकानदारों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है.
वहीं लोगों को गुजरने में भी काफी परेशानियां उठानी पड़ी है. स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता और ग्राम पंचायत की ओर से इस मामले में रूचि नहीं लेने से आसोप कस्बे के बस स्टैंड पर पैर देने लायक जगह नहीं बची है. भोपालगढ उपखंड क्षेत्र के प्रशासनिक अधिकारी आंख मूंदकर राजनीतिक दबाव में बैठ चुके हैं. आसोप बस स्टैंड की सभी दुकानों में पानी बरसात का घुस चुका है. इन दुकानदारों की सुध लेने वाला कोई जनप्रतिनिधि और अधिकारी कहीं नजर नहीं आ रहे हैं.
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गौरतलब है कि क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में इन दिनो स्टेट हाईवे की सड़क जोधपुर बनाड़ से भोपालगढ़ होते हुए कुचेरा तक निर्माण कार्य चल रहा है. अधिकांश जगह पर डामर से बन रही इन सड़कों के आसोप कस्बे से गुजरने वाले कुछ हिस्सों पर दोनों तरफ नाले के साथ सीमेंट सड़क बनवाई जा रही है, जिसके तहत कस्बे के बस स्टैंड और इसके आसपास के डेढ़ से दो ढाई फीट तक ऊंची सड़क बनाई गई है. हालांकि ग्रामीणों ने पूर्व में बनी सड़क खोदकर नई सड़क बनाने की मांग भी की थी, लेकिन विभागीय अधिकारियों और प्रशासन की अनदेखी के चलते सड़क की खुदाई नहीं की गई है.
इसके अलावा सड़क के पास अभी तक नालों का निर्माण तो पूरी तरह से सही नहीं किया गया है और कस्बे से बहकर आने वाले बरसाती पानी के निकासी की व्यवस्था भी नहीं किए जाने से बारिश के दौरान ही बस स्टैंड के हालात खराब हो गए हैं. आसोप कस्बे का मुख्य बस स्टैंड तालाब की तरफ भरा हुआ नजर आ रहा है. साथ ही सभी दुकानों में भी पानी घुस गया है, जिसके कारण दुकानदार भारी परेशान दिखने लगे हैं.