खेतड़ी (झुंझुनू). कोरोना का आतंक अभी खत्म भी नहीं हुआ की राजस्थान के किसानों के लिए एक और नई समस्या आ गई. लाखों की संख्या में टिड्डियों ने झुंझुनू में मंगलवार को अलसीसर और मलसीसर की सीमा से प्रवेश कर लिया. किसानों की सूचना पर जैसलमेर से टिड्डी नियंत्रण बोर्ड की टीम भी खेतड़ी पहुंच गई. बुधवार सुबह टीम ने दवा का छिड़काव शुरू कर दिया.
लेकिन, पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से सभी जगह छिड़काव नहीं हो पाया. दोपहर तक टिड्डियों ने पड़ोसी जिले सीकर की सीमा में भी प्रवेश कर लिया. जानकारी के अनुसार खेतड़ी क्षेत्र में मंगलवार को टिड्डी दल ने मानोता जाटान, तातीजा, लोयल, श्रीसरदारपुरा, जसरापुर, टीलावाली, बीलवा होते हुए रात तक खेतड़ी के भोपालगढ, आर्मी एरिया और लूणा की ढाणी में पड़ाव डाल दिया. रात में ही कृषि विभाग के आला अधिकारी और टिड्डी नियंत्रण बोर्ड जैसलमेर की टीम खेतड़ी पहुंच गई. बुधवार को टिड्डी दल पर 8 ट्रैक्टरों की सहायता से दवा का छिड़काव शुरू किया.
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उपनिदेश कृषि विस्तार डॉ.राजेन्द्र लाम्बा और सहायक निदेशक डॉ.मोहनलाल दादरवाल ने बताया कि खेतड़ी क्षेत्र में लगभग 5 किमी लम्बा और 2 किमी चौड़ा टिड्डी दल आया है. विभाग इसको लेकर अलर्ट था. विभाग की टीम ने सुबह 4 बजे से ही इन पर स्प्रे से छिड़काव किया. लेकिन, पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण छिड़काव में परेशानी हो रही है. केवल लूणा की ढाणी के खेतो में पेड़ों पर बैठी ही टिड्डियों पर छिड़काव हो सका है. पपुरना के निरंजन लाल सैनी ने बताया कि इतनी तादात में पहली बार टिड्डियों को इस क्षेत्र में देखा गया है.