झालावाड़ . विद्यार्थी मित्र शिक्षक संघ ने झालावाड़ के मुख्य मार्गो से होते हुए नियमितीकरण व अस्थाई रोजगार के एक्सटेंशन ऑर्डर की मांग को लेकर ध्यानाकर्षण रैली निकाली. साथ ही मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा.
विद्यार्थी मित्रों ने यह रैली झालावाड़ के गढ़ परिसर से शुरू करने के साथ ही शहर के मुख्य मार्गो से होते हुए मिनी सचिवालय पर खत्म की. जहां पर उन्होंने प्रदर्शन भी किया. उन्होंने गहलोत सरकार के विरोध में नारे लगाए. विद्यार्थी मित्रों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि उनका नियमितीकरण किया जाए साथ ही उनकी नियुक्ति के एक्सटेंशन ऑर्डर भी निकाला जाए.
विद्यार्थी मित्र शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष देवेंद्र नगर ने बताया कि 19 मई 2019 को उनके अस्थाई रोजगार का कार्यकाल खत्म हो गया था. उसके बावजूद सरकार ने उसके एक्सटेंशन ऑर्डर नहीं निकाले हैं. इसको लेकर संगठन ने प्रदेश व्यापी प्रदर्शन भी किया है. साथ ही झालावाड़ में भी दो बार ज्ञापन दिए जा चुके हैं. उसके बावजूद भी स्थाई तो दूर बल्कि अस्थाई रोजगार का भी कार्यकाल नहीं बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों से इस नौकरी की उम्मीद में हम संघर्ष कर रहे हैं. उसके बावजूद बीजेपी व कांग्रेस सरकार दोनों ने स्थाई समाधान नहीं निकाला है.
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मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलक्टर को दिया ज्ञापन
चूरू. विद्यार्थी मित्र/पंचायत सहायकों ने स्थाई रोजगार देने और मानदेय बढ़ाने सहित कई मांगों को लेकर शुक्रवार को जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. इससे पहले पंचायत सहायकों ने कलक्ट्रेट के सामने अंबेडकर स्मारक के पास बैठक करते हुए विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की. इस दौरान पंचायत सहायकों ने नारे लगाकर उनकी समस्याओं के समाधान की राज्य सरकार से मांग की.
विद्यार्थी मित्रों ने मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में कहा कि चुनाव घोषणा पत्र में पंचायत सहायकों को स्थाई रोजगार देने का वादा किया था. लेकिन अब तक सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया है. विद्यार्थी मित्रों की कई समस्याएं जस की तस बनी हुई है. विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायक संघ के जिला प्रवक्ता नरेश चौधरी ने कहा कि उनकी मुख्य मांग है कि उन्हें स्थाई किया जाए. हर पार्टी सत्ता में आने से पहले उनसे यही वादा करती है कि स्थाई किया जाएगा. लेकिन अब तक नहीं किया गया है.
यह है मुख्य मांगे
- पंचायत सहायकों की कार्य अवधि बढ़ाने के आदेश जारी कर स्थाई समाधान किया जाए.
- पंचायत सहायकों को एक विभाग में शामिल करते हुए मानदेय 24165 रुपए किया जाए.
- पंचायत सहायक भर्ती प्रक्रिया में चयन से वंचित विद्यार्थी मित्र शिक्षकों के लिए 6000 पद बढ़ाकर रोजगार उपलब्ध करवाया जाए.
- सर्वोच्च न्यायालय में अटकी विद्यालय सहायक भर्ती की पैरवी करवा कर स्थाई रोजगार उपलब्ध करवाया जाए.