जैसलमेर. महाराष्ट्र से राजस्थान के लिए चलाई गई स्पेशल ट्रेन में प्रवासी 4 मई को जयपुर पहुंचे थे. उनमें जैसलमेर मूल के भी 50 प्रवासी श्रमिक शामिल थे, जो बुधवार को रोडवेज बस से जैसलमेर पहुंचे. जैसलमेर पहुंचने पर चेक पोस्ट पर इन सभी से जानकारी ली गई और राजकीय चिकित्सालय में सभी की स्क्रीनिंग कर उन्हें 14 दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन के लिए पाबंद किया गया.
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महाराष्ट्र में फंसे जैसलमेर मूल के प्रवासी श्रमिकों के अपने गृह जिले पहुंचने के बाद चेहरे से खुशी साफ तौर पर झलक रही थी. साथ ही उनका कहना था कि महाराष्ट्र में पिछले 40 दिनों से लॉकडाउन के चलते फंसे थे और उन्हें काफी परेशानी हो रही थी. ऐसे में स्पेशल ट्रेन चलाकर यहां भेजने पर इन सभी प्रवासियों ने केंद्र, राजस्थान सरकार और महाराष्ट्र सरकार को धन्यवाद दिया.
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प्रवासी श्रमिकों कहना है कि अभी भी महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे सहित अन्य जगहों में जैसलमेर मूल के प्रवासी श्रमिकों सहित राजस्थान के कई प्रवासी फंसे हैं. महाराष्ट्र में हालात खराब है. ऐसे में उनकी घर वापसी के लिए राज्य सरकार को और अधिक प्रयास कर उन्हें जल्द यहां लाना चाहिए.
बता दें कि 4 मई को मुंबई से जयपुर पहुंची स्पेशल ट्रेन में जैसलमेर मूल के 50 प्रवासी श्रमिक थे. उन्हें राजस्थान रोडवेज के जैसलमेर डिपो की उन 2 बसों से पहुंचाया गया है, जो मध्यप्रदेश के प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य छोड़ने गई थी.