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जयपुरः अब वाहनों का फिटनेस टेस्ट कराने जाना पड़ेगा 30 किमी दूर

परिवहन विभाग आम जनता के लिए परेशानियों का कारण बनता जा रहा है, क्योंकि आमजन को वाहनों का फिटनेस करवाने के लिए शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर जाना पड़ेगा. वहीं परिवहन विभाग ने आरटीओ फिटनेस सेंटर को एक निजी कंपनी को सौंप दिया. जिससे विभाग को हर साल करीब 1. 5 करोड़ रुपये राजस्व का नुकसान होगा. वहीं निजी फिटनेस कंपनी को भी 1. 20 लाख रुपए रोजाना अर्जित होंगे.

जयपुर आटीओ निजीकरण,jaipur rto office
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Published : Oct 17, 2019, 5:32 PM IST

जयपुर. परिवहन विभाग की ओर से राजस्व बढ़ाने को लेकर एक नया फैसला लिया गया है. जिसके अंतर्गत आरटीओ ऑफिस में हो रहे फिटनेस कार्य को बंद कर दिया गया है. वहीं शहर के रामचंद्रपुरा अजमेर रोड पर एक निजी कंपनी को इसका टेंडर दिया गया है. वहीं दूसरी ओर आमजन को शहर से 30 किलोमीटर दूर जाकर वाहन की फिटनेस जांच करानी पड़ेगी.

आरटीओ फिटनेस सेंटर निजी कंपनी को सौंपा

जगतपुरा आरटीओ में रोज दो सौ वाहनों की फिटनेस की जाती थी. जिसमें वाहन प्रति 8 सौ रुपये विभाग को मिलते थे, लेकिन अब जयपुर के रामचंद्रपुरा अजमेर रोड पर एक निजी कंपनी को यह कार्य दे दिया गया है. जिसमें 2 सौ रुपये परिवहन विभाग को और 600 रुपये निजी मालिक को मिलेंगे. इस तरह से रोज करीब 1.20 लाख रुपए की आय निजी फिटनेस संचालक को होगी.

पढे़ं- जयपुर में लोकरंग समारोह का 5वां दिन, दिव्यांग कलाकारों ने शानदार प्रस्तुतियों से बांधा समां

वहीं परिवहन विभाग को साल भर में 1. 5 करोड़ रुपए का नुकसान भी होगा. इस सम्बंध में जब ईटीवी भारत ने परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने इस मामले पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया.

जयपुर. परिवहन विभाग की ओर से राजस्व बढ़ाने को लेकर एक नया फैसला लिया गया है. जिसके अंतर्गत आरटीओ ऑफिस में हो रहे फिटनेस कार्य को बंद कर दिया गया है. वहीं शहर के रामचंद्रपुरा अजमेर रोड पर एक निजी कंपनी को इसका टेंडर दिया गया है. वहीं दूसरी ओर आमजन को शहर से 30 किलोमीटर दूर जाकर वाहन की फिटनेस जांच करानी पड़ेगी.

आरटीओ फिटनेस सेंटर निजी कंपनी को सौंपा

जगतपुरा आरटीओ में रोज दो सौ वाहनों की फिटनेस की जाती थी. जिसमें वाहन प्रति 8 सौ रुपये विभाग को मिलते थे, लेकिन अब जयपुर के रामचंद्रपुरा अजमेर रोड पर एक निजी कंपनी को यह कार्य दे दिया गया है. जिसमें 2 सौ रुपये परिवहन विभाग को और 600 रुपये निजी मालिक को मिलेंगे. इस तरह से रोज करीब 1.20 लाख रुपए की आय निजी फिटनेस संचालक को होगी.

पढे़ं- जयपुर में लोकरंग समारोह का 5वां दिन, दिव्यांग कलाकारों ने शानदार प्रस्तुतियों से बांधा समां

वहीं परिवहन विभाग को साल भर में 1. 5 करोड़ रुपए का नुकसान भी होगा. इस सम्बंध में जब ईटीवी भारत ने परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने इस मामले पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया.

Intro:जयपुर एंकर- परिवहन विभाग द्वारा आम जनता की परेशानी बढ़ाने के लिए अब टैक्सी नंबरों के फिजिकल वेरिफिकेशन कराने के लिए शहर से करीब 30 किलोमीटर बाहर जाना पड़ेगा. विभाग द्वारा फिटनेस का कार्य एक निजी कंपनी को सौंप दिया गया है जिसमें विभाग को हर साल करीब 1. 5 करोड़ रुपए का राजस्व का नुकसान भी होगा. तो वही निजी फिटनेस कंपनी को भी 1. 20 लाख रुपए रोजाना अर्जित होंगे.


Body:जयपुर- परिवहन विभाग के द्वारा राजस्व बढ़ाने को लेकर एक नया फैसला लिया गया है. जिसके अंतर्गत अब आरटीओ ऑफिस में फिटनेस कार्य को भी बंद कर दिया गया है.और 1 निजी को इसका टेंडर दे दिया गया है. ऐसे में अब आरटीओ से बाइक टैक्सी का नंबर लिया तो आपको 30 किलोमीटर दूर जाकर अपने वाहन का फिटनेस भी करानी पड़ेगा. जयपुर के रामचंद्रपुरा अजमेर रोड पर एक निजी कंपनी को इसका टेंडर दिया गया है. जिसमें टैक्सी बाइक कार की जांच होगी। शहर से 30 किलोमीटर दूर जाकर अब आमजन को अपने वाहन की फिटनेस जांच करानी पड़ेगी ऐसे में निजी फिटनेस संचालक को फायदा पहुंचाने के लिए यह खेल चल रहा है . ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि "अपनी जेब भरने वाले अफसरों" को क्या आमजन की चिंता भी होगी.

-परिवहन विभाग को होगा सालाना होगा 1.5 करोड़ का नुकसान

अभी जगतपुरा आरटीओ में रोज 200 वाहनों की फिटनेस की जाती थी. जिस पर प्रति 800 रुपये विभाग को मिलते थे. लेकिन अब जयपुर के रामचंद्रपुरा अजमेर रोड पर एक निजी कंपनी को यह कार्य दे दिया गया है. जिसमें 200 रुपये ही परिवहन विभाग को मिलेंगे। और 600 रुपये निजी मालिक को मिलेंगे. इस तरह से रोज करीब 1.20 लाख रुपए की आय निजी फिटनेस संचालक को होगी. तो वही परिवहन विभाग को साल भर में 1 पॉइंट 5 करोड़ रुपए का नुकसान भी होगा.

-परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने किसी भी सवाल का नहीं दिया जवाब

जब ईटीवी भारत के द्वारा परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से इस बारे में जानने की कोशिश की गई तो परिवहन मंत्री ने इस मामले पर बोलने से मना भी कर दिया.

ptc - करन तिवारी



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