जयपुर. मिर्धा परिवार की सदस्य नागौर की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा का कांग्रेस छोड़ना, नागौर में कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ज्योति मिर्धा के कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने को कांग्रेस के लिए कोई नुकसान नहीं माना है. ज्योति मिर्धा के भाजपा में शामिल होने को लेकर कहा कि ज्योति मिर्धा पिछले साढ़े 4 साल से कांग्रेस के कार्यक्रम में नहीं दिखी और उनका मन काफी दिनों से बदला हुआ था.
डोटासरा ने इस बात का भी संदेह जताया कि ज्योति मिर्धा पर भाजपा का दबाव भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि ज्योति मिर्धा का ससुराल पक्ष भाजपा और पीहर पक्ष कांग्रेस पृष्ठभूमि का है. ज्योति मिर्धा एक बड़े उद्योगपति परिवार से भी संबंध रखती हैं. ऐसे में हो सकता है कि उन पर दबाव भी होगा और इस दबाव के चलते भी उनके मन में बदलाव हो सकता है. डोटासरा ने कहा कि 3 साल से में राजस्थान कांग्रेस का अध्यक्ष हूं. कभी उन्होंने किसी तरह की कोई समस्या मुझे नहीं बताई, लेकिन इसके साथ यह भी कहा कि कांग्रेस ज्योति मिर्धा का भाजपा में जाना उनको मुबारक हो, लेकिन कांग्रेस नागौर में भी मजबूत है और पूरे राजस्थान में भी.
राजस्थान में सक्रिय नहीं रहीं मिर्धा: कांग्रेस की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा के पार्टी छोड़कर जाने पर लगाए गए आरोपों पर डोटासरा ने कहा कि जो भी पार्टी छोड़कर जाता है, वह झूठ ही सही, लेकिन कुछ ना कुछ कमियां निकाल कर जरूर जाता है. वहीं, दिल्ली में राजस्थान को लेकर उठाए गए मामलों को लेकर भी डोटासरा ने कहा कि ज्योति मिर्धा ने मामले दिल्ली में उठाये होंगे, वह राजस्थान में सक्रिय भी नहीं रही. ऐसे में उसे राजस्थान के किसी भी व्यक्ति की पीड़ा का एहसास कैसे होता? उन्होंने कहा कि ज्योति मिर्धा ने जो कहा वह केंद्र की मोदी सरकार को लेकर कहा होगा, क्योंकि राजस्थान में तो ज्योति मिर्धा दिखाई देती नहीं है.