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डाक्टर्स की लापरवाही का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल, मरीज को जिंदा होने पर भी कर दिया मृत घोषित

सबसे बड़े अस्पताल महात्मा गांधी हॉस्पिटल में डाक्टर की लापरवाही का एक मामला सामने आ रहा है. जिसमें अस्पताल के डॉक्टर्स एक जिंदा मरिज को मृत घोषित कर दिया गया. परिजनों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने इस घटना का वीडियों बना सोशल मीडिया पर डाल दिया है.

चाकसू समाचार, chaksu news
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Published : Aug 19, 2019, 1:28 PM IST

चाकसू (जयपुर). जिले के चाकसू क्षेत्र के शिवदासपुरा थाना इलाके के सबसे बड़े अस्पताल महात्मा गांधी हॉस्पिटल में डाक्टर्स की लापरवाही का एक मामला सामने आ रहा है. जिसमें अस्पताल के डॉक्टर्स एक जिंदा मरिज को मृत घोषित कर दिया गया. लापरवाही इस हद तक कि परिजनों को मरीज की मौत की खबर देकर मृतक के अंगदान करने को भी कह दिया.

डाक्टर ने जिंदा मरीज को कर दिया मृत घोषित

परिजनों मृतक के दाहसंस्कार की तैयारी करने लगे और रिश्तेदारों को भी सूचना पहुंचा दी. डाक्टरों की लापरवाही का पता तब चला जब रिस्तेदारों ने मृतक को ध्यान से देखा तो पाया कि मृतक की सांसें चल रही है. दरअसल मामला महात्मा गांधी अस्पताल का है जहां एक गरीब परिवार ने बेटे बल्लू दर्जी (देवेन्द चौहान) उम्र 26 साल की 16 अगस्त को आचनक तबियत खराब होने पर महात्मा गांधी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था.

पढ़ेंः मॉब लिंचिंग बिल के पीछे कांग्रेस की तुष्टीकरण की सोच: कैलाश चौधरी

जहां दो दिन तक चले इलाज के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने परिजनों को बुलाकर पेशेंट को मृत घोषित कर दिया और अस्पताल प्रबंधन ने काउंटर पर कागजी कार्रवाई कर परिजनों को इलाज के रुपये जमा करवाने सहित मरीज का डेथ सर्टिफिकेट भी बनाकर दे दिया गयाहद तो तब हो गई जब अस्पताल ने परिजनों से अंगदान करने की बात तक कह डाली.

पढ़ेंः जयपुर: नशे में वाहन ड्राइव करने वालों पर चलेगा ट्रैफिक पुलिस का डंडा

पर जब परिजनों ने जब मृतक को ध्यान से देखा तो पता चला कि मृतक जिंदा है. डाक्टरों की इतनी बड़ी लापरवाही देख परिजन आक्रोशित हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे. और प्रशासन से लापरवाही पर कार्रवाई की मांग कर रहे है.परिजनों ने इस घटना का वीडियों भी सोशल मीडिया पर डाल दिया है. आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने काउंटर पर कागजी कार्रवाई कर परिजनों को इलाज के रुपये जमा करवाने सहित मरीज का डेथ सर्टिफिकेट भी बनाकर दे दिया गया. मरीज को अब सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर में मरीज को भर्ती कराया गया. जहां, मृत घोषित किया गये मरीज का इलाज चल रहा है.

चाकसू (जयपुर). जिले के चाकसू क्षेत्र के शिवदासपुरा थाना इलाके के सबसे बड़े अस्पताल महात्मा गांधी हॉस्पिटल में डाक्टर्स की लापरवाही का एक मामला सामने आ रहा है. जिसमें अस्पताल के डॉक्टर्स एक जिंदा मरिज को मृत घोषित कर दिया गया. लापरवाही इस हद तक कि परिजनों को मरीज की मौत की खबर देकर मृतक के अंगदान करने को भी कह दिया.

डाक्टर ने जिंदा मरीज को कर दिया मृत घोषित

परिजनों मृतक के दाहसंस्कार की तैयारी करने लगे और रिश्तेदारों को भी सूचना पहुंचा दी. डाक्टरों की लापरवाही का पता तब चला जब रिस्तेदारों ने मृतक को ध्यान से देखा तो पाया कि मृतक की सांसें चल रही है. दरअसल मामला महात्मा गांधी अस्पताल का है जहां एक गरीब परिवार ने बेटे बल्लू दर्जी (देवेन्द चौहान) उम्र 26 साल की 16 अगस्त को आचनक तबियत खराब होने पर महात्मा गांधी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था.

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जहां दो दिन तक चले इलाज के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने परिजनों को बुलाकर पेशेंट को मृत घोषित कर दिया और अस्पताल प्रबंधन ने काउंटर पर कागजी कार्रवाई कर परिजनों को इलाज के रुपये जमा करवाने सहित मरीज का डेथ सर्टिफिकेट भी बनाकर दे दिया गयाहद तो तब हो गई जब अस्पताल ने परिजनों से अंगदान करने की बात तक कह डाली.

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पर जब परिजनों ने जब मृतक को ध्यान से देखा तो पता चला कि मृतक जिंदा है. डाक्टरों की इतनी बड़ी लापरवाही देख परिजन आक्रोशित हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे. और प्रशासन से लापरवाही पर कार्रवाई की मांग कर रहे है.परिजनों ने इस घटना का वीडियों भी सोशल मीडिया पर डाल दिया है. आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने काउंटर पर कागजी कार्रवाई कर परिजनों को इलाज के रुपये जमा करवाने सहित मरीज का डेथ सर्टिफिकेट भी बनाकर दे दिया गया. मरीज को अब सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर में मरीज को भर्ती कराया गया. जहां, मृत घोषित किया गये मरीज का इलाज चल रहा है.

Intro:परिजनों में भारी आक्रोश कार्रवाई कर रहे मांग
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चाकसू (जयपुर). जिले के चाकसू क्षेत्र के शिवदासपुरा थाना इलाके के सबसे बड़े अस्पताल महात्मा गांधी हॉस्पिटल डाक्टर्स की लापरवाही का एक वीडियो सामने आ रहा है। जिसमें अस्पताल डॉक्टर्स द्वारा एक मरीज को जिंदा होने के बाद भी मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों को मरीज की मौत की खबर देकर अस्पताल प्रबंधन ने मृतक के अंगदान करने को भी कह दिया। अस्पताल डाक्टर्स के बताए अनुसार परिजनों द्वारा रिस्तेदार भी दाहसंस्कार के लिए पहुंचने लगे। लेकिन मृत घोषित किए मरीज को रिस्तेदारों ने ध्यान से देखा तो सांसें चलने की बात सामने आई। जिसे अब सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर में मरीज को भर्ती कराया गया। जहां, मृत घोषित किया गये मरीज जिंदा है। Body:सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में परिजन रिस्तेदारों का महात्मा गांधी हॉस्पिटल की चिकित्सा प्रणाली पर भारी आक्रोश नजर आ रहा है। लोग जमकर अस्पताल को कोष रहे है, और बरती गई लापरवाही पर कार्रवाई की मांग कर रहे है। दरअसल गोनेर के एक गरीब परिवार के बेटे बल्लू दर्जी (देवेन्द चौहान) उम्र 26 साल की 16 अगस्त को आचनक तबियत खराब होने पर परिजनों ने महात्मा गांधी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। दो दिन चले इलाज के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने परिजनों को बुलाकर पेशेंट को मृत घोषित कर दिया और अस्पताल को अंगदान करने की बात कह डाली। आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने काउंटर पर कागजी कार्रवाई कर परिजनों को इलाज के रुपये जमा करवाने सहित मरीज का डेथ सर्टिफिकेट भी बनाकर दे दिया गया।

-बाईट : आक्रोशित परिजन।Conclusion:अब सवाल उठाए हैं आखिर किस तरह से महात्मा गांधी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने एक जिंदा आदमी को मृत घोषित कर दिया और परिजनों को यह कह दिया की दाह संस्कार की तैयारी करें और इसके अंगदान अस्पताल को दे दे। परिजनों का अस्पताल के प्रति इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश व्याप्त है। जिसका सोशल मीडिया पर वीडियो हो रहे वायरल वीडियो ने अस्पताल की पूरी कहानी को बयां कर दिया है। सवाल है अस्पताल के खिलाफ ऐसे डॉक्टरों प्रबंधन के खिलाफ कब कार्रवाई होगी।

-ईटीवी भारत के लिए चाकसू से मुकेश सिर्रा की रिपोर्ट
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