चाकसू (जयपुर). जिले के चाकसू क्षेत्र के शिवदासपुरा थाना इलाके के सबसे बड़े अस्पताल महात्मा गांधी हॉस्पिटल में डाक्टर्स की लापरवाही का एक मामला सामने आ रहा है. जिसमें अस्पताल के डॉक्टर्स एक जिंदा मरिज को मृत घोषित कर दिया गया. लापरवाही इस हद तक कि परिजनों को मरीज की मौत की खबर देकर मृतक के अंगदान करने को भी कह दिया.
परिजनों मृतक के दाहसंस्कार की तैयारी करने लगे और रिश्तेदारों को भी सूचना पहुंचा दी. डाक्टरों की लापरवाही का पता तब चला जब रिस्तेदारों ने मृतक को ध्यान से देखा तो पाया कि मृतक की सांसें चल रही है. दरअसल मामला महात्मा गांधी अस्पताल का है जहां एक गरीब परिवार ने बेटे बल्लू दर्जी (देवेन्द चौहान) उम्र 26 साल की 16 अगस्त को आचनक तबियत खराब होने पर महात्मा गांधी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था.
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जहां दो दिन तक चले इलाज के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने परिजनों को बुलाकर पेशेंट को मृत घोषित कर दिया और अस्पताल प्रबंधन ने काउंटर पर कागजी कार्रवाई कर परिजनों को इलाज के रुपये जमा करवाने सहित मरीज का डेथ सर्टिफिकेट भी बनाकर दे दिया गयाहद तो तब हो गई जब अस्पताल ने परिजनों से अंगदान करने की बात तक कह डाली.
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पर जब परिजनों ने जब मृतक को ध्यान से देखा तो पता चला कि मृतक जिंदा है. डाक्टरों की इतनी बड़ी लापरवाही देख परिजन आक्रोशित हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे. और प्रशासन से लापरवाही पर कार्रवाई की मांग कर रहे है.परिजनों ने इस घटना का वीडियों भी सोशल मीडिया पर डाल दिया है. आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने काउंटर पर कागजी कार्रवाई कर परिजनों को इलाज के रुपये जमा करवाने सहित मरीज का डेथ सर्टिफिकेट भी बनाकर दे दिया गया. मरीज को अब सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर में मरीज को भर्ती कराया गया. जहां, मृत घोषित किया गये मरीज का इलाज चल रहा है.