जयपुर. ईडब्ल्यूएस आरक्षण को लेकर राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी के बीच श्रेय लेने की लड़ाई तेज हो गई है. पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का ईडब्ल्यूएस आरक्षण को लेकर सम्मान किया जा रहा है. लेकिन बीजेपी नेताओं के सम्मान पर कांग्रेस को ऐतराज है.
कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि आखिर बीजेपी यह बताएं कि वह किस अधिकार के साथ में ईडब्ल्यूएस आरक्षण को लेकर सम्मान करवा रही है. खाचरियावास ने कहा कि अगर बीजेपी नेताओं को ईडब्ल्यूएस आरक्षण का श्रेय लेना है तो उन्हें पहले जाकर केंद्र की मोदी सरकार के सामने धरना देना चाहिए कि जैसे प्रदेश की गहलोत सरकार ने ईडब्ल्यूएस आरक्षण में जमीन की शर्त को हटाया है वैसे ही केंद्र में भी हटाए.
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खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को सम्मान कराने का इतना ही शौक है तो पहले अपने नेताओं को चाहे फिर वो राजेंद्र राठौड़ हो या गुलाबचंद कटारिया या अन्य कोई भी नेता हो उनको ले जाकर मोदी सरकार से यह मांग करनी चाहिए कि राजस्थान की गहलोत सरकार के पैटर्न को लागू करें.
खाचरियावास ने कहा कि केंद्र सरकार ने आरक्षण का प्रावधान जरूर किया. लेकिन उसको इतना टिपिकल बना दिया कि उसका लाभ लोगों को मिल पाना मुश्किल था. ऐसे में इन लोगों की पीड़ा को देखते हुए प्रदेश की गहलोत सरकार ने ईडब्ल्यूएस आरक्षण में जमीन सहित अन्य प्रावधान को हटा के उसका सरलीकरण किया. जिससे युवाओं को और बेरोजगारों को इसका अधिक से अधिक लाभ मिल सके.