डूंगरपुर. जाफरा गांव के पास बरसाती पानी के पुलिया में कार डूबने से डॉक्टर की पत्नी की मौत के मामले दूसरे दिन शनिवार को भी हंगामा चला. पीहर पक्ष ने डॉक्टर पर हत्या का आरोप केस दर्ज करवाया है. इसके बाद परिजन शव का पोस्टमार्टम करवाने को राजी हुए और शव को ले गए.
धंबोला थाना पुलिस के अनुसार रास्तापाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर बजरंगसिंह का कहना है कि गुरुवार को हरतालिका तीज होने से वह पत्नी दुर्गा के साथ रास्तापाल के नीलकंठ महादेव मंदिर में दर्शन करने गया था. इसके बाद देर रात सीमलवाड़ा लौट रहे थे. बारिश हो रही थी. जाफरा पुलिया के पास अंधेरे में आकाशीय बिजली चमकने से उसकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया और कार बेकाबू होकर पुलिया से करीब 6 फीट नीचे पानी में गिर गई थी. इस दौरान कार का शीशा तोड़कर बाहर निकल आया था.
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वहीं उसकी पत्नी दुर्गा की डूबने से मौत हो गई थी. सीकर से पंहुचे पीहर पक्ष ने आरोप लगाया कि महादेव मंदिर में दर्शन करने का बहाना बनाकर कुछ बेहोश होने वाला पदार्थ खिला दिया. इसके बाद उसे बेसुध कर दुर्गा को पानी में डूबोकर हत्या की गई है. शुक्रवार को दिनभर चले हंगामे के चलते पोस्टमार्टम नहीं हो पाया था. शनिवार डूंगरपुर जिला अस्पताल की मोर्चरी में पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव पीहर पक्ष के सुपुर्द किया.
मृतका दुर्गा के भाई श्रवण कुमार जाट निवासी रूपगढ़ जिला सीकर की रिपोर्ट पर डॉक्टर बजरंगसिंह के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है. वहीं हादसे में घायल डॉक्टर बजरंगसिंह का सीमलवाड़ा अस्पताल में इलाज करवाया जा रहा है.