डूंगरपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो डूंगरपुर की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई की है. आईटीआई में एडमिशन दिलाने के नाम पर 55 हजार रुपये की रिश्वत लेते संविदा अनुदेशक को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है, उसके पास से रिश्वत की राशि भी बरामद कर ली गई है.
एसीबी डीएसपी गुलाबसिंह ने बताया कि छात्र कपिल लोहार निवासी न्यू कॉलोनी डूंगरपुर ने 28 अगस्त को एक शिकायत की थी जिसमें आईटीआई में एडमिशन करवाने के लिए संविदा अनुदेशक जाकिर हुसैन निवासी घाटी मोहल्ला डूंगरपुर की ओर से प्रति एडमिशन 55 हजार रुपये की मांग की जा रही है. कपिल सहित उसके चहेरे भाई के भी आईटीआई में इलेक्ट्रिशियन में एडमिशन के लिए 1 लाख 10 हजार रुपये मांगे.
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इस पर एसीबी ने 28 अगस्त को ही मामले का सत्यापन करवाया, जिसमे रिश्वत मांगने की पुष्टि हो गई. गुरुवार को छात्र कपिल अपने एडमिशन के लिए 55 हजार रुपये लेकर आईटीआई पंहुचा ओर रिश्वत की राशि संविदा अनुदेशक जाकिर हुसैन को दे दी जो अनुदेशक ने अपने जेब मे रख ली. इधर, इशारा मिलते ही बाहर इंतजार कर रही एसीबी की टीम पंहुच गई और अनुदेशक जाकिर हुसैन को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया.
इसके बाद एसीबी ने आरोपी अनुदेशक के पेंट की जेब से रिश्वत के रूप में ली गई 55 हजार रुपये की राशि बरामद कर ली गई है. एसीबी ने उसके हाथ धुलवाने पर गुलाबी रंग भी निकल आया. वहीं एसीबी की टीम इस पूरे मामले में आईटीआई प्रशासन की मिलीभगत की संभावनाओं पर भी जांच कर रही है.
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आपको बता दे कि छात्र कपिल लोहार ने आईटीआई डूंगरपुर के इलेक्ट्रिशियन ट्रेड में एडमिशन के लिए जून में ऑनलाइन आवेदन किया था लेकिन उसका चयन नहीं हुआ जिस पर उसने 3 दिन पहले ही आईटीआई में ऑफलाइन आवेदन किया था. उसी समय संविदा अनुदेशक से एडमिशन करवाने की बात हुई थी और फिर एडमिशन के नाम पर रिश्वत मांगी थी.