डूंगरपुर. शहर में 23 जुलाई को दिनदहाड़े हुए प्रमोद शर्मा हत्याकांड के मामले में चार दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. मामले का खुलासा नहीं होने से आक्रोशित सर्व समाज के लोग और मृतक के परिजनों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पर दो घंटे तक जमकर प्रदर्शन किया.
वहीं, सर्व समाज और विप्र फाउंडेशन के बैनर तले लोग हत्याकांड के विरोध में कलेक्ट्री पर एकत्रित हुए और धरना-प्रदर्शन किया. मृतक प्रमोद शर्मा के ससुर सोहनलाल सेवक और सास सूर्यकांता तो घटना बताते हुए ही फफक फफककर रोने लगे. उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर परिवार सहित सामूहिक आत्महत्या तक कि चेतावनी दे डाली. वहीं लोगों ने चार दिन बाद भी पुलिस और प्रशासन की नाकामयाबी पर मुर्दाबाद के नारे लगाए. इसके बाद लोग कलेक्ट्री के पोर्च में जाकर बैठ गए और प्रशासन हाय-हाय के नारेबाजी की.
उधर, प्रदर्शन कर रहे आक्रोशित लोगों ने जिला कलेक्टर चेतनराम देवड़ा को ज्ञापन देने के लिए बाहर बुलाने की मांग पर अड़ गए. कुछ देर समझाइश के बाद लोग शांत हुए और फिर कलेक्टर चेतनराम देवड़ा को ज्ञापन सौंपा. विप्र फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष नारायण पंड्या ने कहा कि दिनदहाड़े हुए जघन्य हत्याकांड से जिले में भय का माहौल है. वहीं, चार दिन गुजरने के बाद भी पुलिस मामले का खुलासा नहीं कर पाई है. ज्ञापन में हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी करने, पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता मुहैया करवाने और मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग रखी गई है.
इधर, समानता मंच के संरक्षक दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर पुलिस दो दिनों के अंदर हत्या की वारदात का खुलासा नहीं कर पाती है, तो डूंगरपुर जिला बंद के आह्वान के साथ-साथ उग्र आंदोलन किया जाएगा. बता दें, 26 जुलाई को नावडेरा में आरओ वाटर प्लांट संचालक प्रमोद शर्मा की अज्ञात लोगों ने चाकू से घोदकर हत्या कर दी थी.