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डूंगरपुर: सील किए स्वच्छ परियोजना कार्यालय पर फिर पंहुची एसीबी, रिकॉर्ड की जांच शुरू

डूंगरपुर में एसीबी के डीएसपी गुलाब सिंह अपनी टीम के साथ एक बार फिर टीएडी विभाग की ओर से संचालित स्वच्छ परियोजना के कार्यालय पर पहुंचे. एसीबी ने कार्यालय के रिकॉर्ड की जांच की शुरू कर दी है. ऐसे में माना जा रहा है कि पोषाहार सप्लाई में गड़बड़ी की परतें खुल सकती हैं.

Anti-Corruption Bureau  Jaipur Headquarters, डूंगरपुर की खबर, dungarpur News
सील किए स्वच्छ परियोजना कार्यालय पर फिर पंहुची एसीबी
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Published : Dec 20, 2019, 8:24 AM IST

डूंगरपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर मुख्यालय से मिले निर्देशों के बाद सील किए गए टीएडी विभाग की ओर से संचालित स्वच्छ परियोजना के कार्यालय पर एक बार फिर एसीबी की टीम पंहुच गई है. एसीबी ने कार्यालय के रिकॉर्ड की जांच की शुरू कर दी है. ऐसे में माना जा रहा है कि पोषाहार सप्लाई में गड़बड़ी की परतें खुल सकती हैं.

सील किए स्वच्छ परियोजना कार्यालय पर फिर पंहुची एसीबी

डूंगरपुर एसीबी के डीएसपी गुलाब सिंह अपनी टीम के साथ एक बार फिर साबेला बायपास स्थित स्वच्छ परियोजना के कार्यालय पर पहुंचे और मामले में आगे की जांच शुरू कर दी गई. एसीबी की ओर से ही गुरुवार सुबह के समय सील किए गए स्टोर, रिकॉर्ड रूम और लेखा शाखा कार्यालय पर लगाई गई सील को खोलकर एक-एक रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी गई है.

पढ़ेंः अजमेर में हाड़ कंपा देने वाली सर्दी, अस्पतालों में हार्ट के मरीजों की बढ़ी संख्या

एसीबी की टीम स्वच्छ परियोजना की ओर से सप्लाई किए जाने वाले पोषाहार और अन्य दस्तावेजो की जांच कर रही है. साथ ही इसके वित्तीय रिकॉर्ड को भी खंगाला जा रहा है. एसीबी की टीम मौके से मिलने वाले सभी रिकॉर्ड को अपने दस्तावेजो में शामिल कर रही है, ताकि गड़बड़ी की असली जड़ को पकड़ा जा सके.

हालांकि एसीबी के अधिकारी मामले में अभी तक किस तरह की गड़बड़ी हुई है, इस पर साफ तौर पर कुछ भी नहीं बता पा रहे है. डीएसपी गुलाबसिंह ने बताया कि अभी रिकॉर्ड की जांच चल रही है और इसमे जिस तरह की गड़बड़ी मिलेगी. इसकी रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय को भेजी जाएगी और इसके बाद ही मामले में कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ेंः बांडी नदी में अनट्रिटेड कचरा डालने पर NGT ने लगाया 10 करोड़ रुपए का जुर्माना, मांगी 25 करोड़ की गारंटी

बता दें कि जयपुर एसीबी मुख्यालय पर स्वच्छ परियोजना की ओर से संचालित होने वाले मॉ-बाड़ी केंद्रों में सप्लाई होने वाले पोषाहार में भारी भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी. इसके बाद ही एसीबी की ओर से इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.

डूंगरपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर मुख्यालय से मिले निर्देशों के बाद सील किए गए टीएडी विभाग की ओर से संचालित स्वच्छ परियोजना के कार्यालय पर एक बार फिर एसीबी की टीम पंहुच गई है. एसीबी ने कार्यालय के रिकॉर्ड की जांच की शुरू कर दी है. ऐसे में माना जा रहा है कि पोषाहार सप्लाई में गड़बड़ी की परतें खुल सकती हैं.

सील किए स्वच्छ परियोजना कार्यालय पर फिर पंहुची एसीबी

डूंगरपुर एसीबी के डीएसपी गुलाब सिंह अपनी टीम के साथ एक बार फिर साबेला बायपास स्थित स्वच्छ परियोजना के कार्यालय पर पहुंचे और मामले में आगे की जांच शुरू कर दी गई. एसीबी की ओर से ही गुरुवार सुबह के समय सील किए गए स्टोर, रिकॉर्ड रूम और लेखा शाखा कार्यालय पर लगाई गई सील को खोलकर एक-एक रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी गई है.

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एसीबी की टीम स्वच्छ परियोजना की ओर से सप्लाई किए जाने वाले पोषाहार और अन्य दस्तावेजो की जांच कर रही है. साथ ही इसके वित्तीय रिकॉर्ड को भी खंगाला जा रहा है. एसीबी की टीम मौके से मिलने वाले सभी रिकॉर्ड को अपने दस्तावेजो में शामिल कर रही है, ताकि गड़बड़ी की असली जड़ को पकड़ा जा सके.

हालांकि एसीबी के अधिकारी मामले में अभी तक किस तरह की गड़बड़ी हुई है, इस पर साफ तौर पर कुछ भी नहीं बता पा रहे है. डीएसपी गुलाबसिंह ने बताया कि अभी रिकॉर्ड की जांच चल रही है और इसमे जिस तरह की गड़बड़ी मिलेगी. इसकी रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय को भेजी जाएगी और इसके बाद ही मामले में कार्रवाई की जाएगी.

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बता दें कि जयपुर एसीबी मुख्यालय पर स्वच्छ परियोजना की ओर से संचालित होने वाले मॉ-बाड़ी केंद्रों में सप्लाई होने वाले पोषाहार में भारी भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी. इसके बाद ही एसीबी की ओर से इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.

Intro:डूंगरपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर मुख्यालय से मिले निर्देशो के बाद सील किये गए टीएडी विभाग की ओर से संचालित स्वच्छ परियोजना के कार्यालय पर एक बार एसीबी की टीम पंहुच गई है। एसीबी ने कार्यालय के रिकॉर्ड की जांच की जांच शुरू कर दी गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि पोषाहार सप्लाई में गड़बड़ी की परतें खुल सकती है।


Body:डूंगरपुर एसीबी के डीएसपी गुलाबसिंह अपनी टीम के साथ देर रात को एक बार फिर साबेला बायपास स्थित स्वच्छ परियोजना के कार्यालय पर पंहुचे ओर मामले में आगे की जांच शुरू कर दी गई। एसीबी की ओर से ही गुरुवार सुबह के समय सील किए गए स्टोर, रिकॉर्ड रूम और लेखा शाखा कार्यालय पर लगाई गई सील को खोलकर एक-एक रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी गई है।
एसीबी की टीम स्वच्छ परियोजना की ओर से सप्लाई किए जाने वाले पोषाहार व अन्य दस्तावेजो की जांच कर रही है। साथ ही इसके वित्तीय रिकॉर्ड को भी खंगाला जा रहा है। एसीबी की टीम मौके से मिलने वाले हरेक रिकॉर्ड को अपने दस्तावेजो में शामिल कर रही है ताकि गड़बड़ी की असली जड़ को पकड़ा जा सके। हालांकि एसीबी के अधिकारी मामले में अभी तक किस तरह की गड़बड़ी है इस पर साफ तौर पर कुछ भी नहीं बता पा रहे है। डीएसपी गुलाबसिंह ने बताया कि अभी रिकॉर्ड की जांच चल रही है और इसमे जिस तरह की गड़बड़ी मिलेगी इसकी रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय को भेजी जाएगी और इसके बाद ही मामले में कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दे कि जयपुर एसीबी मुख्यालय पर स्वच्छ परियोजना की ओर से संचालित होने वाले मॉ-बाड़ी केंद्रों में सप्लाई होने वाले पोषाहार में भारी भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी। इसके बाद ही एसीबी की ओर से इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।

बाईट: गुलाबसिंह, डीएसपी एसीबी डूंगरपुर।


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