चूरू. जिले में मदरसा पैराटीचर को स्थाई करने और उर्दू शिक्षकों के पदों पर भर्ती की मांग को लेकर प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ अब लोग सड़कों पर उतरने लगे हैं. गुरुवार को चूरू के चार गांवों के लोगों ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंच प्रदर्शन किया और प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
प्रदर्शन कर रहे आक्रोशित युवाओं ने कहा कि अगर प्रदेश सरकार के रवैये में सुधार नहीं होता है और हमारी मांगे नहीं मानी जाती है तो माइनॉरिटी कांग्रेस का बहिष्कार करेगी. गुरुवार को रतननगर, राणासर, उटवालिया और मेघसर के लोगों ने उर्दू बचाओ आंदोलन के तहत चूरू से गुजरात के दांडी तक 1100 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रहे शमशेर खां के समर्थन में उन सभी मांगों का मांगपत्र जिला कलेक्टर को सौंपा.
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प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग है कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 350 अ को लागू करने के लिए गुजराल समिति की रिपोर्ट लागू करने के लिए मंत्रिमंडलीय समिति की सिफारिश अनुसार निदेशालय माध्यमिक शिक्षा, प्रारंभिक शिक्षा बीकानेर के परिपत्र शिविरा को अमल में लाया जाए. शाला दर्पण पर अल्प भाषा अग्रिम पंजीयन का नया टैब जोड़कर अल्प भाषा विषय और पद स्वत सृजित होने की व्यवस्था की जाए.