जोधपुर. अयोध्या में सोमवार को साढ़े 12 बजे राममंदिर में रामलाल की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी, जो एक अभिजीत मुहूर्त है. प्राण प्रतिष्ठा के बाद भगवान राम के बाल स्वरूप की मूर्ति दर्शानाथ सबके सामने होगी. चूंकि प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त देश के ज्योतिषियों और पंडितों ने सभी तरह के ग्रह नक्षत्र की उस समय सर्वश्रेष्ठ मौजूदगी के आधार पर अभिजीत माना गया है. ऐसे में यह समय सभी शुभ कार्यों के लिए भी श्रेष्ठ होगा. सबसे महत्वपूर्ण उस समय जन्म लेने वाले बच्चे भी होंगे. जो मृगशिरा नक्षत्र में जन्मेंगे. जोधपुर में ऐसे कई परिवार हैं जो अपनी गर्भवती बहू और बेटियों की सिजेरियन डिलीवरी इस समय में करवाने जा रहे हैं.
पढ़ें: घर आएंगे 'रामलला', गर्भवती महिलाओं ने की 22 जनवरी को डिलीवरी की मांग
उनका मानना है कि प्रसव का समय हो चुका है, तो यह समय हमारे लिए भगवान का अशीर्वाद बनकर आया है. जो संतान जन्म ले, वो भाग्यशाली होगी. बेटा हुआ तो राम और बेटी हुई, तो सीता होगी. शहर के गोयल अस्पताल में सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा समय पर 5 से 6 सिजेरियन होना तय हो गए हैं. अन्य लोगों की इंक्वारी भी आ रही है. स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ निशा गोयल ने बताया कि मेडिकली इंडेक्शन भी प्रेग्नेंट में है. इसके आधार पर ही कल सिजेरियन किया जाएगा. हमने इसके लिए पूरी व्यवस्था की है.
पढ़ें: राममयी हुई छोटी काशी जयपुर, शहर बीजेपी ने परकोटे में निकाली श्री राम विशाल यात्रा
वरिष्ठ गायनकोलॉजिस्ट डॉ शारदा माथुर का कहना है कि पहले हमने ऐसा नहीं देखा, जो कल यहां सिजेरियन होंगे, उनका समय भी हो गया है. इसलिए मेडिकल इंडेक्शन के साथ ही सिजेरियन प्लान किया गया है. इनमें कुछ की पहली डिलिवरी है. कुछ के पहले सिजेरियन हो रखा है तो दुबारा इसी प्रोसिजर से जाना चाहते हैं. तो कल समय चुना गया है. इसी तरह से शहर के अन्य अस्पतालों में भी कल सिजेरियन डिलीवरी बुक हुई है.
डॉक्टर खुद करवा रहीं सिजेरियन डिलीवरी: अस्पताल में भर्ती डॉ सुरभी माथुर खुद साइकेट्रिस्ट है. उनकी मां भी डॉक्टर हैं. डॉ मालती माथुर ने बताया कि कल का दिन शुभ है. इसलिए जो होगा शुभ ही होगा. हमारे पहले भी 22 जनवरी को जन्मा बच्चा है. डॉ सुरभी का कहना है कि मुहूर्त बहुत अच्छा है. हमारी किस्मत भी है. जो होगा अच्छा होगा, चाहे रामलला आएं या सीता माता, सब अच्छा होगा. इसी तरह से जोधपुर आईआईटी में कार्यरत पंकज वाजपेयी की पत्नी मुदिता मिश्रा की पहली डिलीवरी भी मुहूर्त के अनुसार होगी. मुदिता ने बताया कि मेरा सौभाग्य होगी कि कल मेरे संतान जन्म लेगी. पंकज का कहना है कि इस दिन जन्म लेने वाला बच्चा प्रभावशाली होगा.
इसलिए है श्रेष्ठ मुहूर्त: पंचांग एवं अन्य घटकों को ध्यान में रखते हुए अयोध्या में रामलला की मूर्ति को प्राण प्रतिष्ठा देने के लिए 22 जनवरी, 2024 पौस माह के द्वादशी तिथि को अभिजीत मुहूर्त, इंद्र योग, मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न एवं वृश्चिक नवांश को चुना गया है. जो दिन के 12 बजकर 29 मिनट और 08 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट और 32 सेकंड तक अर्थात 84 सेकंड का होगा. बताया जा रहा है कि यह श्रेष्ठ समय अगले छह माह तक नहीं आएगा.