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मोबाइल एप अपडेट नहीं करना पड़ सकता है भारी...इन खतरों से रहें सजग

टेक्नोलॉजी के इस दौर में हर कोई मोबाइल में विभिन्न प्रकार के एप का इस्तेमाल करते हैं. इन एप को समय-समय पर अपडेट नहीं करना मोबाइल यूजर के लिए घातक साबित हो सकता है...

If you do not update the mobile app, these losses may occur
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Published : May 30, 2019, 6:22 PM IST

जयपुर. आधुनिकता के इस दौर में सभी लोग मोबाइल में विभिन्न तरह के एप का इस्तेमाल करते हैं. चाहे वह बैंकिंग से जुड़ी हुई एप हो या फिर हेल्थ और विभिन्न महत्वपूर्ण चीजों से जुड़ी हुई एप. यदि मोबाइल यूजर समय-समय पर एप का लेटेस्ट वर्जन आने पर उसे अपडेट नहीं करते हैं तो यह उनके लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है.

मोबाइल एप अपडेट नहीं करना पड़ सकता है भारी...इन खतरों से रहें सजग

इन दिनों ऐसे अनेक मामले सामने आए हैं, जो साइबर एक्सपर्ट के लिए भी एक बड़ी चुनौती बने हुए हैं. साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट आयुष भारद्वाज ने बताया कि एप में विभिन्न तरह के बग होते हैं. जिनको समय-समय पर ठीक किया जाता है. फिर एप को पहले से और भी अधिक सुरक्षित व यूजर फ्रेंडली बनाने के लिए नए वर्जन पर अपडेट किया जाता है.

यदि कोई व्यक्ति एप को अपडेट नहीं करता है तो उसमें आए बग का इस्तेमाल कर साइबर हैकर बड़ी आसानी से मोबाइल को हैक कर उसमें मौजूद तमाम एप व महत्वपूर्ण जानकारी के डाटा की कॉपी कर सकते हैं. इसके बाद हैकर्स बड़ी आसानी से आपके बैंक खाते से रुपए निकाल सकते हैं और साथ ही आपकी निजी जानकारी को भी गलत तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं. इन दिनों इस तरह के अनेक केस सामने आए हैं. जिसमें एप अपडेट नहीं करने पर यूजर को हैकर्स ने अपना निशाना बनाया है. हैकर से बचने के लिए एप को समय-समय पर अपडेट करना बेहद आवश्यक है.

जयपुर. आधुनिकता के इस दौर में सभी लोग मोबाइल में विभिन्न तरह के एप का इस्तेमाल करते हैं. चाहे वह बैंकिंग से जुड़ी हुई एप हो या फिर हेल्थ और विभिन्न महत्वपूर्ण चीजों से जुड़ी हुई एप. यदि मोबाइल यूजर समय-समय पर एप का लेटेस्ट वर्जन आने पर उसे अपडेट नहीं करते हैं तो यह उनके लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है.

मोबाइल एप अपडेट नहीं करना पड़ सकता है भारी...इन खतरों से रहें सजग

इन दिनों ऐसे अनेक मामले सामने आए हैं, जो साइबर एक्सपर्ट के लिए भी एक बड़ी चुनौती बने हुए हैं. साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट आयुष भारद्वाज ने बताया कि एप में विभिन्न तरह के बग होते हैं. जिनको समय-समय पर ठीक किया जाता है. फिर एप को पहले से और भी अधिक सुरक्षित व यूजर फ्रेंडली बनाने के लिए नए वर्जन पर अपडेट किया जाता है.

यदि कोई व्यक्ति एप को अपडेट नहीं करता है तो उसमें आए बग का इस्तेमाल कर साइबर हैकर बड़ी आसानी से मोबाइल को हैक कर उसमें मौजूद तमाम एप व महत्वपूर्ण जानकारी के डाटा की कॉपी कर सकते हैं. इसके बाद हैकर्स बड़ी आसानी से आपके बैंक खाते से रुपए निकाल सकते हैं और साथ ही आपकी निजी जानकारी को भी गलत तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं. इन दिनों इस तरह के अनेक केस सामने आए हैं. जिसमें एप अपडेट नहीं करने पर यूजर को हैकर्स ने अपना निशाना बनाया है. हैकर से बचने के लिए एप को समय-समय पर अपडेट करना बेहद आवश्यक है.

Intro:जयपुर
एंकर- आधुनिकता के इस दौर में सभी लोग मोबाइल में विभिन्न तरह के एप का इस्तेमाल करते हैं। चाहे वह बैंकिंग से जुड़ी हुई एप हो या फिर हेल्थ और विभिन्न महत्वपूर्ण चीजों से जुड़ी हुई एप। यदि मोबाइल यूजर समय-समय पर एप का लेटेस्ट वर्जन आने पर उसे अपडेट नहीं करते हैं तो यह उनके लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। इन दिनों ऐसे अनेक मामले सामने आए हैं जो साइबर एक्सपर्ट के लिए भी एक बड़ी चुनौती बने हुए हैं।


Body:वीओ- साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट आयुष भारद्वाज ने बताया कि एप में विभिन्न तरह के बग होते हैं जिनको समय-समय पर ठीक किया जाता है। फिर एप को पहले से और भी अधिक सुरक्षित व यूजर फ्रेंडली बनाने के लिए नए वर्जन पर अपडेट किया जाता है। यदि कोई व्यक्ति एप को अपडेट नहीं करता है तो उसमें आए बग का इस्तेमाल कर साइबर हैकर बड़ी आसानी से मोबाइल को हैक कर उसमें मौजूद तमाम एप व महत्वपूर्ण जानकारी के डाटा की कॉपी कर सकते हैं। इसके बाद हैकर्स बड़ी आसानी से आपके बैंक खाते से रुपए निकाल सकते हैं और साथ ही आपकी निजी जानकारी को भी गलत तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं। इन दिनों इस तरह के अनेक केस सामने आए हैं जिसमें एप अपडेट नहीं करने पर यूजर को हैकर्स ने अपना निशाना बनाया है। हैकर से बचने के लिए एप को समय-समय पर अपडेट करना बेहद आवश्यक है।

बाइट- आयुष भारद्वाज, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट


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