बूंदी. रामनगर इलाके में अनुसूचित जाति के व्यक्ति की संदिग्ध अवस्था में मौत के मामले में सोमवार को परिजनों ने बड़ा बवाल किया था. ऐसे में आज दूसरे दिन फिर परिजनों ने कार्रवाई की मांग को लेकर बूंदी-चित्तौड़गढ़ हाईवे को जाम कर दिया और मामले में कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. जाम की सूचना मिलने के साथ ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और समाज के लोगों से समझाइश की. यहां समाज के लोग दोषी पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे थे. करीब 2 घंटे तक चले जाम की वजह से यहां पर भारी जाम लग गया. मौके पर पहुंचे एसपी शिवराज मीणा ने समाज के लोगों को आश्वस्त किया और मौके पर एफआईआर दर्ज करने और उसकी कॉपी देने का आश्वासन दिया गया.
ऐसे में तुरंत सदर पुलिस द्वारा मौके पर एफआईआर की कॉपी मंगाई गई. उसके बाद यहां पर पुलिस ने मामला शांत करवाया है. इस मामले में बूंदी एसपी शिवराज मीणा ने मारपीट के बाद मौत के मामले में कार्रवाई करते हुए सदर थाना पुलिस के सहायक उप निरीक्षक श्यामसुंदर सहित पांच पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है और उनके खिलाफ जांच करने के आदेश जारी किए हैं. उधर हंगामे की सूचना लगने के साथ ही कोटा रेंज डीआईजी रविदत्त भी बूंदी पहुंचे, जहां उन्होंने मामले की जानकारी ली और परिवार जन को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिलाया है.
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बता दें कि रामनगर निवासी हरजी कंजर की पुलिस हिरासत में लिए जाने को लेकर सदर थाना पुलिस के एक एएसआई सहित पुलिस जवानों पर मारपीट कर मौत के आरोप लगाए थे, जिस पर परिजनों ने हंगामा किया था. हालांकि आज परिजनों ने कार्रवाई से पूर्व शव लेने से भी इनकार कर दिया था. यहां पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद विवाद शांत हो गया है और पुलिस ने मृतक के शव का अंतिम संस्कार करवा कर मामले की जांच शुरू कर दी है.