बाड़मेर. जिले के समदड़ी थाना क्षेत्र में कार रेसिंग के दौरान हुए हादसे को लेकर कार्मिक विभाग ने रविवार को आदेश जारी किया था, जिसमें कलेक्टर हिमांशु गुप्ता और पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा को एपीओ कर दिया गया था. जिसके चलते सोमवार को युवाओं ने मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार शर्मा को ज्ञापन सौंपा, जिसमें कार्मिक विभाग के की ओर से जारी आदेशों को निरस्त कर कलेक्टर और एसपी को बहाल करने की मांग की गई.
मुख्यमंत्री के नाम सौंपे ज्ञापन में युवाओं ने बाड़मेर कलेक्टर एसपी को एपीओ किए जाने की घटना की कठोर शब्दों में निंदा की है. साथ ही कहा है कि कार्मिक विभाग की ओर से कलेक्टर और एसपी को बिना कोई जांच के एपीओ कर देना न्यायोचित नहीं है. इसके साथ ही युवाओं ने समदड़ी हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत पर संवेदना व्यक्त की.
बता दें कि युवाओं ने तर्क देते हुए कहा कि इस मामले में कलेक्टर और एसपी की ओर से आयोजकों की ओर से मांगी गई अनुमति पर, नियम अनुसार प्रक्रिया का पालन करते हुए, संबंधित अधिकारियों को व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश समय पर ही दे दिए गए थे. इस मामले में कलेक्टर एसपी के आदेशों के बावजूद भी संबंधित अधिकारी अपनी जिम्मेदारी के प्रति लापरवाह रहे और उन्होंने व्यवस्थाएं सुनिश्चित नहीं कीं. उक्त अधिकारियों के लापरवाह रवैए के कारण यह हादसा हुआ. जिसमें एक ही परिवार के तीन लोगों की असमय ही मृत्यु हो गई. इस मामले में दोषी जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह आनन-फानन में जिला कलेक्टर एसपी के खिलाफ कार्रवाई की गई, जो न्यायोचित नहीं है.
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वहीं युवाओं ने कहा कि बाड़मेर जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने अपने कार्यों का निर्वाहन करते हुए बाड़मेर के विकास को हमेशा गति देने का काम किया. जिसके चलते युवाओं नें उनके कार्य की जमकर सराहाना की. आपको बता दें कि पद पर रहते हुए हिमांशु गुप्ता ने ना केवल बाड़मेर की समस्याओं को समझा बल्कि उनका निराकरण करने के प्रयास किए.