बाड़मेर. जिले में सोमवार को जिला मुख्यालय पर तृतीय शिक्षक श्रेणी भर्ती 2012 संघर्ष समिति से जुड़े अभ्यार्थियों ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपकर नियुक्ति दिलाने की मांग की.
मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन में अभ्यार्थियों ने बताया कि स्थाई समिति द्वारा लिए गए एसएलपी दायर करने के निर्णय को बदलकर राजस्थान हाईकोर्ट खंड पीठ जयपुर के आदेश की पालना में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 में कार्यरत शिक्षकों से अधिक प्राप्तांक वाले याचिका अभ्यर्थियों को रिक्त ड्राइवर 2 पर नियुक्ति देने के आदेश दिए थे. बावजूद इसके सरकार द्वारा हाई कोर्ट खंड पीठ के आदेशों की पालना नहीं की गई.
उन्होंने बताया कि राजस्थान हाईकोर्ट खंडपीठ ने रिक्त पदों पर नियुक्ति देने के आदेश दिए थे. बावजूद इसके उन्हें नियुक्ति नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि संपूर्ण दस्तावेजों के साथ बार-बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों गणों को अवगत करवाने के बावजूद भी उन्हें अनदेखा किया जा रहा है.
अभ्यार्थियों के अनुसार तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 के अंतर्गत कार्यरत शिक्षकों से अधिक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रदान करने के लिए राजस्थान हाईकोर्ट ने मुकेश टेलर प्रकरण में यह आदेश पारित किए थे. आदेश की पालना में पंचायतीराज विभाग के निर्देशानुसार जालौर प्रतापगढ़-झालावाड़ समेत कई जिला परिषदों द्वारा वर्ष 2018- 19 मे नियुक्तिया दी गई थी.
इन जिला परिषदों में कार्य ग्रहण नहीं करने मृत्यु त्यागपत्र के मद्देनजर रिक्त पदों पर नियुक्तियां दी गई थी, लेकिन सिर्फ जिला परिषदों ने नियुक्ति देने से साफ इनकार कर दिया था. जिसको लेकर तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 के अभ्यर्थियों ने सुप्रीम कोर्ट और राजस्थान हाईकोर्ट खंड पीठ में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किए थे.
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सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राजस्थान हाईकोर्ट खंडपीठ ने रिक्त पदों पर नियुक्ति के आदेश दिए थे. बावजूद इसके उन्हें नियुक्ति नहीं मिली है. जिसके चलते उन्होंने सोमवार को बाड़मेर जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपकर नियुक्ति दिलाने की मांग की है.