कुशलगढ़ (बांसवाड़ा). राजस्थान विधानसभा सत्र में बांसवाड़ा के कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया ने गुरुवार को राज्यपाल अभिभाषण के वाद-विवाद पर स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, सड़क पर अपने विचार व्यक्त किए कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र की अन्य समस्याओं को भी विधानसभा में उठाया.
विधायक रमिला खड़िया ने कहा कि कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र राजस्थान की अंतिम छोर मध्यप्रदेश और गुजरात सीमा से सट्टा हुआ हैं. इस विधानसभा क्षेत्र के 90 प्रतिशत परिवार टीएसपी क्षेत्र में आता हैं. कुशलगढ़ का इतिहास रहा हैं, जहां आजादी के बाद से एक ही बार कांग्रेस का विधायक ने जीत हासिल की थी.
खड़िया ने कहा कि मैं और मेरा परिवार कांग्रेसी परिवार हैं. मेरे पति स्वर्गीय हुरतिंग खड़िया कांग्रेस की टिकट पर तीन बार चुनाव लड़े, लेकिन तीनों बार हार का सामना करना पड़ा. इस बार क्षेत्र की जनता ने मुझे निर्दलीय विधायक चुनकर विधानसभा में भेजा हैं. हमारा कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित विभिन्न विकास में दुसरे विधानसभा क्षेत्रों के विकास से काफी पिछड़ा हुआ हैं.
पढ़ें- बिजली दरों में बढ़ोतरी के विरोध में भाजपा का प्रदर्शन, कलेक्ट्रेट पर की नारेबाजी
कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में एक अच्छा हाँस्पिटल खोलने की मांग रखते हुए खड़िया ने कहा कि जो वर्तमान में कुशलगढ़ सीएचसी हैं. वह काफी पुरानी राजा महाराजाओं के समय की हैं. इस हास्पिटल के बारे में मेरे ओर से पूर्व में भी सदन में उठाया गया था.
साथ ही विधायक खड़िया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को धन्यवाद देते हुए कहा कि मेरे ओर से पूर्व में सदन में सज्जनगढ़ क्षेत्र में महाविद्यालय खोलने की मांग उठाई थी, जिस पर मुख्यमंत्री गहलोत ने तत्काल प्रभाव से वहां महाविद्यालय खुलवाया, जहां जनजाति क्षेत्र के हाल फिलहाल में 500 से अधिक बालक या बालिकाएं अध्ययन कर रही हैं.
विधायक रमिला खड़िया ने कहा कि कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सरकार ने छोटे-छोटे एनीकट बनवाए तलाब बनवाए, लेकिन जो सिंचाई के लिए जो माही केनाल हैं. वह कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र लगती हुई हैं, लेकिन उसका पानी कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने की मांग रखी.
पढ़ें- बांसवाड़ाः श्रद्धालुओं की कार पेड़ से टकराई, महिला की मौत, 7 अन्य घायल
उन्होंने कहा कि घाटा क्षेत्र जो हैं वह पुरी तरह से सुखा क्षेत्र हैं जो माही केनाल घाटा क्षेत्र से जोड़ती हुई कुशलगढ़, सज्जनगढ़, बागीदौरा, आनंदपुरी तक ले जा सकता हैं, तो कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र को कांफी विकास होगा और जो बेरोजगार हैंं, उसे रोजगार मिलेगा.
इसी तरह से कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र मेंं एक ऐसा एरिया है, जो दिल्ली से लेकर हाथिया दिल्ली तक है, जिसमें चारों ओर जंगल पड़ता हैं, जहां 350 से अधिक की आबादी हैं. लेकिन वहां आज भी विकास नहीं पहुंच सका हैं जहां बिजली, पानी, स्वास्थ्य की कोई व्यवस्था नहीं हैं.