केकड़ी (अजमेर). बारिश का दौर शुरु होते ही किसानों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली. वहीं कई जगह बारिश का पानी परेशानी का सबब बन गया. ग्राम पंचायत जूनियां के गांव केसरपुरा में मौसम की पहली बारिश ने ही ग्राम पंचायत प्रशासन की पोल खोल दी है.
गांव में पिछले दिनों पंचायत प्रशासन ने गांव मे सड़क बना दी लेकिन ठेकेदार व ग्राम पंचायत प्रशासन ने लापरवाही बरतते हुए नालियां नहीं बनाई. जिससे मौसम की पहली बरसात में ही पानी घरों मे घुस गया. बारिश का पानी घरों मे घुसने से लोगों को घरों मे आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बुधवार को दिनभर अपने घरों से बारिश का पानी बाहर निकालने का कार्य किया.
ग्रामीण रामसहाय गुर्जर के घर में पानी भरने से भरने से रामसहाय गुर्जर का कच्चा मकान ढ़ह गया. ग्राम के ही हनुमान गुर्जर ने बताया कि पंचायत प्रशासन की लापरवाही से नालियां नहीं बनने से पानी घरों मे घुस गया जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने कच्चा मकान ढ़हने पर पीड़ित को मुआवजा दिलाने की मांग प्रशासन से की है.
चित्तौड़गढ़ के कपासन में कुछ ऐसा हुआ बारिश के दौरान
कपासन क्षेत्र में हुई झमाझम बारिश के चलते समीपवर्ती रंडियारडी गांव में रेल अंडरब्रिज स्विमिंग पूल बन गया. उदयपुर चित्तौड़गढ़ रेल मार्ग पर कपासन स्टेशन के समीप रेल समपार संख्या 24 की जगह बनाई गई है. आरयुबी से जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं किए जाने से मंगलवार रात्रि को हुई बारिश से आरयुबी में तीन से चार फीट पानी जमा हो गया. जिससे कपासन आकोला वाया बबराणा मार्ग पूर्ण रुप से बंद हो गया.
कई वाहन पानी में फंस गए. जिन्हें ट्रैक्टर की सहायता से बाहर निकाला गया है. वहीं इस दौरान मवेशी पानी में तैरते नजर आए. ग्रामीणों ने बताया कि रेलवे प्रशासन ने लापरवाही करते हुए 6 माह पूर्व निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया. जिसके कारण आज आरयुबी में जल भराव की समस्या उत्पन्न हुई है.