उदयपुर. प्रभारी मंत्री रामलाल जाट शनिवार को उदयपुर जिले में गांवों का दौरा किया और गोवंश का हाल जाना. इस दौरान मंत्री जाट सायरा स्थित (Lumpy Virus in Udaipur) उमरना गौशाला पहुंचे, जहां गोवंश की स्थिति को देखा. उन्होंने रोगग्रस्त गोवंश को अलग रखने और समस्त एहतियात बरतने के निर्देश दिए.
ग्रामीणों से किया संवाद : जसवंतगढ़ गांव में पहुंच कर मंत्री ने ग्रामीणों से संवाद किया एवं उन्हें लंपी रोग के प्रति जागरूक कर सावधानी बरतने के निर्देश दिए. मंत्री जाट ने कहा कि गोवंश की रक्षा के लिए वह अपने पशुओं में किसी भी प्रकार के रोग का लक्षण होते ही समीप के पशु चिकित्सालय प्रभारी को अवगत कराएं, ताकि समय रहते उनको उचित चिकित्सा सेवा दी जा सके. इस दौरान संयुक्त निदेशक पशुपालन ने ग्रामीणों को रोग से बचाव के उपायों को विस्तृत जानकारी दी.
रोगग्रस्त गोवंश को भी देखा : मंत्री इसके बाद गोगुंदा के मजावड़ी पहुंचे, जहां रोग ग्रस्त पशुओं को देख (Lumpy Skin Disease in Rajasthan) उनके उपचार की जानकारी ली. उन्होंने क्षेत्र के अन्य पशुओं में भी इस प्रकार के लक्षणों के बारे में ग्रामीणों से पूछा और चिकित्सकों को आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए. उन्होंने चिकित्सकों को उत्कृष्ट स्तर का उपचार गोवंश को देने के निर्देश दिए. यहां भी मंत्री ने जनसंवाद कर लंपी रोग के प्रति सभी को जागरूक किया.
कलेक्टर ने लंपी स्किन डिजीज से निपटने के लिए दिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश : जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने विभागीय अधिकारियों व समस्त ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को सतर्क रहने व राज्य सरकार के निर्देशानुसार त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने आवश्यकता होने पर अतिरिक्त संसाधनों की व्यवस्था हेतु आश्वस्त किया. उन्होंने सरकार के निर्देशानुसार जिले की समस्त संस्थाओं के प्रभारियों, अधिकारियों व कर्मचारियों को रोग सर्वेक्षण, बचाव, रोकथाम व उपचार हेतु पाबंद कर पशुपालकों हो सतत जागरूक करने के निर्देश दिए है. उन्होंने बताया कि जिले में इससे संबंधित सभी अधिकारियों-कर्मचारियों के अवकाश लेने पर रोक लगा दी गई है व राजकीय अवकाश के दिन भी संस्थाए पूरे समय खुली रहेंगी.
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पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. एस. पी. त्रिवेदी ने बताया कि संभावित रोग प्रकोप से निपटने हेतु आवश्यक औषधियां संस्थाओं में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. उपलब्ध कराए गए अतिरिक्त बजट से आवश्यक औषधि क्रय की कार्रवाई की जा रही है. क्षेत्रीय पशु रोग निदान केन्द्र उदयपुर द्वारा संदिग्ध प्रकरणों की सैंपलिंग की जा रही है. प्रभावित क्षेत्रों में टीमों द्वारा उपचार व पर्यवेक्षण किया जा रहा है.