श्रीगंगानगर. ईटीवी भारत द्वारा खबर चलाने के बाद राखी के त्योहार को देखते हुए अब नई गाइडलाइन के अनुसार पंजाब से लगती अंतरराज्यीय सीमा से आने वाले लोगों के लिए पास की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है. पास की जरूरत नहीं होने से भाइयों की कलाईयों पर राखी बांधने आने वाली बहानों को काफी राहत मिली है. अब बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने जा सकेंगी.
बसें शुरू होने से भी बहनों को रक्षाबंधन पर राहत मिली है. अब नाकों पर पंजाब की तरफ से आने वालों की स्क्रीनिंग और लंबी दूरी पर आने वालों के सैंपल लेकर भेजने के निर्देश दिए हैं. नई गाइडलाइन के अनुसार आदेश जारी किए गए हैं कि पंजाब सीमा पर स्थित नाके पर श्रीगंगानगर की तरफ से जाने वाले लोगों के लिए पास की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है. इस आदेश से श्रीगंगानगर की तरफ से पंजाब और उससे आगे जाने वाले लोगों को राहत मिली है.
यह भी पढ़ें- रक्षाबंधन स्पेशल: अनोखी है यहां की परंपरा, राखी पर रहती है साली की नजर
अब लोगों को पंजाब की तरफ जाने वालों को पास बनवाने के लिए चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. पंजाब से श्रीगंगानगर के बीच निजी बसें भी शुरू हो गई है. ईटीवी भारत ने रविवार को खबर दिखाई थी कि पंजाब से सटे साधुवाली नाके पर पास की अनिवार्यता के चलते दोनों तरफ से राखी बांधने आने जाने वाली बहनों को पैदल आना पड़ रहा है, जिसके बाद जिला प्रशासन ने ढिलाई देते हुए अब पास की अनिवार्यता समाप्त कर दी है. अब साधुवाली नाके पर निजी वाहनों और बसों में ज्यादातर महिलाएं ही दिखाई दे रही हैं. अब इधर से जाने वालों के लिए कोई रोक-टोक नहीं है. हालांकी पंजाब की तरफ से आने वाले लोगों की एंट्री की जा रही है.