कोटा. जिले में भाजपा के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल 27 दिसंबर को राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे. नयापुरा स्थित महाराव उम्मेद सिंह स्टेडियम से रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे. इस रैली को हुंकार रैली नाम दिया गया है. रैली से पहले बुधवार को पूर्व विधायक पहलाद गुंजल ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सरकार और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर निशाना साधा.
गुंजल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सारे गलत काम करने की जिम्मेदारी मंत्री शांति धारीवाल को ही दे दी है. मुझ पर आरोप लगाया था कि प्रहलाद गुंजल की मिलीभगत के चलते कोटा में केईडीएल आई है. साथ ही 28 हजार उपभोक्ताओं को व्यक्तिगत रूप से पत्र लिखा था. मैं आऊंगा तो भगा दूंगा. अब उनकी बोलती बंद हो गई है. आरोप लगाने से पहले उन्हें शर्म आनी चाहिए.
साथ ही कहा कि धरिवाल नौटंकी कर रहे हैं कि निगम और यूआईटी के मामले में रिपोर्ट करा रहा हूं. जबकि उनकी जवाबदेही निगम और यूआईटी के साथ जनता के प्रति भी है. वे केईडीएल के मामले में केवल जनता की आंखों में धूल झोंक रहे हैं.
प्रह्लाद गुंजल ने आगे कहा कि उनके समय में स्वीकृत 132 करोड़ रुपए के सड़क और नाली के काम को कांग्रेस सरकार और मंत्री धारीवाल ने रोक दिया. अब भाजपा के स्वीकृत कामों को कांग्रेस सरकार अपना लेबल लगाकर आगे बढ़ रही है. आरयूडीआईपी के इन कामों का रिटेंडर करवा कर वाहवाही लूट रही है.
उन्होंने कहा कि कोटा में आज के प्लाट में मकानों की कमी नहीं है. किसानों की कॉलोनियां और प्राइवेट बिल्डरों की कॉलोनियों को तो मंत्री शांति धारीवाल धराशाई कर रहे हैं. यूआईटी के नाम पर डेवलपमेंट दलालों के लिए किया जा रहा है. आईएल की जमीन पर बनाई गई राजीव गांधी स्पेशल योजना में ईडब्ल्यूएस और एलआईजी कहां गया. मंत्री शांति धारीवाल को गरीब फफोला लगता है.
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गुंजल ने कुन्हाड़ी बस डिपो की जमीन को सस्ते दामों पर बिल्डर को बेच देने के मामले में भी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि कुन्हाड़ी में 5000 रुपए स्क्वायर फीट की जमीन को 1200 रुपए में बेच दिया गया है. मैंने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है और डीजी एंटी करप्शन को भी लिखा है कि यह गलत हो रहा है. इसकी पूरी जांच होनी चाहिए.
गुंजल ने यह भी कहा कि कोटा नगर निगम का भट्टा मंत्री शांति धारीवाल ने बैठा दिया है. जहां पर एक डिप्टी कमिश्नर के भरोसे 4-4 जोन का काम चल रहा है. ऐसे में कोटा को 2 नगर निगमों में बांट दिया है. एक नगर निगम में 40 फ़ीसदी स्टाफ और वेतन नहीं है. ऐसे में लोगों का यह प्रोपेगंडा पॉलिसी है. काम मत करो केवल प्रोपेगेंडा करते रहो. राजस्थान इस पॉलिसी से उकता गया है.
वहीं गुंजल ने यह भी कहा कि मंत्री धारीवाल अनूप बरतरिया एंड कंपनी लूट का काम कर रही है. 100 करोड़ का ऑक्सीजन बना देंगे, पैनल कंसलटेंट के नाम पर अनूप भरतरिया को एक रुपए के काम के 100 रुपए दिए जा रहे हैं. हम सत्ता में आएंगे, जब पूरे इन कामों की जांच करवाएंगे और दोषी होने पर सभी को जेल भेजा जाएगा.