जोधपुर. कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में हर एक व्यक्ति किसी न किसी प्रकार से इस महामारी के खिलाफ जंग में अपना योगदान दे रहा है. इसी बीच जोधपुर के ग्रामीण इलाके पलासनी में रहने वाला एक छात्र देवेंद्र गहलोत, जिसने बुधवार को जोधपुर जिला कलेक्टर के मार्फत मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. साथ ही कहा कि कोरोना वायरस पर शोध और वैक्सीन परीक्षण के लिए वे अपना शरीर प्रयोग में देना चाहता हैं.
छात्र देवेंद्र गहलोत ने बताया कि वर्तमान समय में इस वैश्विक महामारी में विश्व सहित भारत भी कोरोना के इस संकट में जूझ रहा है. दुनिया में प्रतिदिन लाखों लोग इस महामारी से संक्रमित हो रहे हैं और कई लोगों की मौत भी हो रही है. ऐसे में अगर कोरोना वायरस की दवाई के प्रयोग के लिए प्रदेश के चिकित्सकों को मानव शरीर की आवश्यकता है, जिस पर वैक्सीन का प्रयोग करना चाहते हैं तो देवेंद्र इस प्रयोग के लिए अपना शरीर देने के लिए तैयार हैं.
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छात्र देवेंद्र गहलोत ने ज्ञापन के जरिए मांग की है कि वह इस वैक्सीन परीक्षण को अपने शरीर पर परीक्षण करने की सहमति देते हैं और इस परीक्षण में अगर उनकी जान भी चली जाती है तो भी उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी. देवेंद्र गहलोत द्वारा ज्ञापन देने के बाद जोधपुर जिला कलेक्टर ने भी छात्र देवेंद्र का आभार व्यक्त किया और उनसे कहा कि अगर भविष्य में वैक्सीन परीक्षण के लिए मानव शरीर की जरूरत पड़ेगी तो उन्हें जरूर बुलाया जाएगा.