जोधपुर. जोधपुर सेंट्रल जेल को देश की दूसरी सबसे सुरक्षित जेल माना जाता है. वर्तमान समय में जयपुर जिला जेल में कोरोना पॉजिटिव मरीज आने के बाद जोधपुर सेंट्रल जेल में भी सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त कर दिए गए है. इस जेल में 1475 कैदियों को रखने की क्षमता है और वर्तमान समय में 1300 से कम कैदी इसमें बंद है.
जोधपुर सेंट्रल जेल अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी ने बताया कि वर्तमान समय में जोधपुर सेंट्रल जेल में सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त किए गए है. पुलिस की ओर से गिरफ्तार कर लाए जाने वाले नए कैदी की यहां स्क्रीनिंग की जा रही है. इसके बाद ही उन्हें सेंट्रल जेल में प्रवेश दिया जाता है.
पढ़ें- जोधपुरः राज्य सरकार की मंजूरी के बाद खनन क्षेत्र में गूंजने लगी हथौड़ों की आवाज
अधीक्षक ने बताया कि जोधपुर सेंट्रल जेल के पास बनी उद्योगशाला को अभी अलग सेल के रूप में उपयोग लिया जा रहा है. गिरफ्तार किए नए कैदी और पैरोल पूरी कर आने वाले कैदियों को पहले अलग बनी सेल में रखा जाता है और 14 से 20 दिन बाद उन्हें चिकित्सकों के परामर्श से ही जोधपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया जा रहा है. उस दौरान सभी बंदियों की चिकित्सक की ओर से निरंतर जांच की जा रही है.
त्रिवेदी ने बताया कि हाल ही में सेंट्रल जेल में कोरोना से संक्रमित एक भी कैदी या जेल स्टाफ नहीं है. साथ ही बताया कि कोरोना संक्रमण के बाद महानिदेशक जेल जयपुर की ओर से दिए गए आदेशों की पालना की जा रही है. जेल में सिपाहियों, जवानों और बंदियों के लिए साबुन और सैनिटाइजर की भी व्यवस्था की गई है.
उन्होंने बताया कि जेल में निरंतर सभी बंदियों की जांच करवाई जा रही है. साथ ही जेल के अंदर और बाहरी इलाकों को दिन में दो बार हाइपोक्लोराइट से सैनिटाइज भी किया जा रहा है. साथ ही जेल में कार्यरत सिपाही से लेकर सभी अधिकारियों को जेल के मेन गेट से बाहर जाने के लिए पूर्ण रूप से मनाही है.
पढ़ें- जोधपुर और जयपुर के हालतों पर बोले शेखावत, बताया- कहां और कैसे हुई चूक
इसके साथ ही सभी के ठहरने और खाने-पीने का इंतजाम जेल, पुलिस लाइन और क्वार्टर में किए गए हैं, जिससे कि वे लोग बाहर रहने वाले लोगों के संपर्क में ना आए और कोरोना वायरस जोधपुर सेंट्रल जेल तक नहीं पहुंच पाए. साथ ही बताया कि जेल के अंदर रहने वाले सभी बंदियों को 2-2 मास्क भी दिए गए है और जेल महानिदेशक की ओर से दिए गए आदेशों के बारे में भी जानकारी दी गई है.