जोधपुर. राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर शुक्रवार को राजकीय उम्मेद स्टेडियम से रैली निकाली गई. राजस्थान हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश संगीत राज लोढ़ा और जस्टिस संदीप मेहता के मुख्य आतिथ्य में पेंटिंग और पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया.
इस मौके पर राजस्थान हाईकोर्ट के कई न्यायाधीश मौजूद थे. अपने संबोधन के दौरान संगीत राज लोढ़ा ने अपनी बचपन की यादों को याद करते हुए कहा, कि आज से करीब 50 साल पहले वे भी एक छात्र के रूप में हाथों में तख्तियां लिए गलियों में नारे लगाते हुए घूमते थे. उन्होंने कहा, कि आज भी बच्चे हाथों में तख्तियां लिए हुए जब रैली निकालते हैं और यह जागरूकता फैलाते हैं, कि हर बच्चा पढ़े और आगे बढ़े तो यह देखकर बहुत सुखद लगता है.
पढ़ें. HC की फटकार : जिला परिषद चुनाव को लेकर सरकार से जवाब तलब
उन्होंने कहा, कि हमारी संसद ने साल 2009 में 6 साल से 14 साल के बच्चों को नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा का कानून पारित किया और शिक्षा का अधिकार मौलिक अधिकार बन गया. लेकिन इसमें काफी समय लग गया. इस कार्यक्रम में न्यायाधीश संदीप मेहता, मनोज गर्ग, पीएस भाटी भी मौजूद रहे.