बालेसर (जोधपुर). बालेसर राजकीय अस्पताल में बुधवार को महिला वार्ड में ऑटो चालक द्वारा गर्भवती महिला को इंजेक्शन लगाने के मामले में बालेसर पुलिस थाना में ऑटो चालक के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. वहीं जोधपुर सीएमएचओ ने बालेसर अस्पताल पहुंच कर जांच रिपोर्ट तैयार की है.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रताप सिंह राठौड़ ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि बुधवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक डॉक्टर सुनील कुमार बिष्ट द्वारा बालेसर अस्पताल का निरीक्षण किया था. निरीक्षण में एक ऑटो चालक साकिर खान महिला वार्ड में भर्ती एक गर्भवती महिला के इंजेक्शन लगा रहा था. तब उपनिदेशक डॉ सुनील कुमार बिष्ट ने इंजेक्शन लगवाने की तैयारी कर रहे साकिर खान को एप्रिन पहना हुआ नहीं होने का कारण पूछा तो घबराकर साकिर खान इंजेक्शन वहीं फेंककर बाहर भाग गया था. उपनिदेशक ने जानकारी ली तो साकिर खान बालेसर अस्पताल का कर्मचारी नहीं होना पाया गया. इंजेक्शन लगाते समय के फोटो एवं वीडियो बनाकर विभाग को भेजी गई. एवं बालेसर ब्लॉक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी थी.
इस मामले में उच्च अधिकारियों एवं जिला कलेक्टर के निर्देश पर ऑटो चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए थे. अधिकारियों एवं जिला कलेक्टर के निर्देश पर ऑटो चालक शाकिर खान द्वारा अनाधिकृत रूप से इंजेक्शन लगवाने के खिलाफ बालेसर थाना में रिपोर्ट पेश की है. पुलिस ने सीआरपी सी की धारा 107 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है. मामले के ज्यादा तूल पकडऩे पर जोधपुर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मुंडा ने शुक्रवार को बालेसर अस्पताल का निरीक्षण किया तथा व्यवस्थाएं देखी. साथ ही मुख्य ब्लॉक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रताप सिंह एवं अन्य अस्पताल के कर्मचारियों की बैठक लेकर इस मामले को गंभीरता से लेते हुए किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने के स्पष्ट निर्देश दिए. मामले में बालेसर थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी की रिपोर्ट पर परिवाद दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.