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महिला एवं बाल विकास मंत्री ने झूठा आश्वासन देकर करवाया था धरना समाप्त, नहीं हुई मांगे पूरी: आशा सहयोगिनी

जोधपुर में आशा सहयोगिनियों ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को पूरा करने के लिए जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. आशा सहयोगिनियों ने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने उन्हें झूठा आश्वासन देककर धरना समाप्त करवाया था. अगर जल्द ही उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो प्रदेशभर की आशा सहयोगिनी आंदोलन करेंगी.

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जोधपुर में आशा सहयोगिनी का प्रदर्शन
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Published : Mar 22, 2021, 7:32 PM IST

जोधपुर. सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर आशा सहयोगिनियों ने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर जिला कलेक्टर के मार्फत मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में आशा सहयोगिनियों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर विभिन्न मांगों से अवगत कराया.

पढ़ें: राजस्थान उपचुनाव: राजसमंद में भाजपा का टिकट तय करेगा कांग्रेसी उम्मीदवार का चेहरा

आशा सहयोगिनियों ने बताया कि वो अपनी मांगों को पूरा करवाने को लेकर पूरी मेहनत कर रही हैं. साथ ही कुछ दिन पहले राजस्थान की समस्त आशा सहयोगिनियों ने जयपुर में जाकर 4 दिनों तक धरना दिया था. जिसके पश्चात महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने उनकी मांगों को पूरा करने के आश्वासन के बाद उनका धरना समाप्त करवाया. लेकिन हाल ही में हुई बजट की घोषणा के बाद पता लगा कि महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने उन्हें झूठा आश्वासन दिया था और उनकी किसी भी मांग को पूरा नहीं किया गया है.

आशा सहयोगिनी का प्रदर्शन

ऐसे में महिला आशा सहयोगिनी में काफी रोष व्याप्त है. आशा सहयोगिनी ने बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्री ने झूठा आश्वासन देकर 6300 रुपये मानदेय करने व केंद्र सूची में नाम जुड़वाने का आश्वासन दिया था. जिसके बाद धरना समाप्त हुआ था. लेकिन उनकी मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया गया है. आशाओं ने बताया कि उनको दिया गया 10% बजट सही नहीं है. उससे सभी का मनोबल कम हुआ है और कार्य करने की क्षमता को ठेस पहुंचा है.

ऐसे में अब आशा सहयोगिनी का कहना है कि अगर आने वाले समय में जल्दी ही हमारी मांगे नहीं मानी गई तो सभी के द्वारा एक बार फिर से उग्र आंदोलन किया जाएगा. जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी.

जोधपुर. सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर आशा सहयोगिनियों ने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर जिला कलेक्टर के मार्फत मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में आशा सहयोगिनियों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर विभिन्न मांगों से अवगत कराया.

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आशा सहयोगिनियों ने बताया कि वो अपनी मांगों को पूरा करवाने को लेकर पूरी मेहनत कर रही हैं. साथ ही कुछ दिन पहले राजस्थान की समस्त आशा सहयोगिनियों ने जयपुर में जाकर 4 दिनों तक धरना दिया था. जिसके पश्चात महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने उनकी मांगों को पूरा करने के आश्वासन के बाद उनका धरना समाप्त करवाया. लेकिन हाल ही में हुई बजट की घोषणा के बाद पता लगा कि महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने उन्हें झूठा आश्वासन दिया था और उनकी किसी भी मांग को पूरा नहीं किया गया है.

आशा सहयोगिनी का प्रदर्शन

ऐसे में महिला आशा सहयोगिनी में काफी रोष व्याप्त है. आशा सहयोगिनी ने बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्री ने झूठा आश्वासन देकर 6300 रुपये मानदेय करने व केंद्र सूची में नाम जुड़वाने का आश्वासन दिया था. जिसके बाद धरना समाप्त हुआ था. लेकिन उनकी मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया गया है. आशाओं ने बताया कि उनको दिया गया 10% बजट सही नहीं है. उससे सभी का मनोबल कम हुआ है और कार्य करने की क्षमता को ठेस पहुंचा है.

ऐसे में अब आशा सहयोगिनी का कहना है कि अगर आने वाले समय में जल्दी ही हमारी मांगे नहीं मानी गई तो सभी के द्वारा एक बार फिर से उग्र आंदोलन किया जाएगा. जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी.

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