जयपुर. रीट 2022 में एग्जाम हॉल तक पहुंचने के लिए थ्री टियर सिक्योरिटी से गुजरना होगा. परीक्षा शुरू होने से 1 घंटे पहले एग्जामिनेशन सेंटर पर प्रवेश बंद कर दिए जाएंगे. इस एग्जाम में ना सिर्फ अभ्यर्थी बल्कि परीक्षा केंद्र पर लगाए गए कार्मिकों के लिए भी विशेष गाइडलाइन जारी की गई है. इस गाइडलाइन को फॉलो नहीं करने वाले कार्मिक भी परीक्षा केंद्र में दाखिल नहीं हो पाएंगे. वहीं ये पहली मर्तबा है, जब परीक्षा हॉल में लगने वाले दोनों वीक्षक सरकारी कर्मचारी होंगे.
राजस्थान की सरकार रीट यानी अध्यापक पात्रता भर्ती परीक्षा का आयोजन कर रही है. पिछली परीक्षा में पेपर लीक और नकल की शिकायतों पर सरकार की हुई किरकिरी के बाद सरकार इस बार रीट की परीक्षा में कोई चूक बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है. सरकार ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनाई कमेटी को दो टूक शब्दों में कहा है कि रीट में चीटिंग किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगी. आज और कल होने वाली इस परीक्षा को लेकर क्या खास इंतजाम (Special arrangements for REET 2022) है, आपको बताते हैं....
- परीक्षा के दौरान सुरक्षा को देखते हुए सेंटर पर ड्यूटी देने वाले कार्मिकों को स्मार्ट मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं दी गई है.
- सेंटर प्रभारियों को साधारण कीपैड मोबाइल ले जाने की अनुमति दी गई है. वहीं परीक्षा सेंटर पर प्राइवेट या निजी व्यक्ति की ड्यूटी नहीं लगाई गई है.
- ड्यूटी पर तैनात कार्मिक को जिला प्रशासन की ओर से जारी किए गए आईडी कार्ड के साथ ही एग्जाम सेंटर पर दाखिले की अनुमति होगी.
- परीक्षा में व्यवस्था और परीक्षा के दौरान निरीक्षण के लिए सतर्कता की टीमों का गठन किया गया है.
- प्रश्न पत्र, ओएमआर शीट, परीक्षा केन्द्र और संग्रहण केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहेगी.
- स्ट्रांग रूम से प्रश्न पत्र का वितरण से लेकर परीक्षा समाप्ति तक प्रत्येक गतिविधि की वीडियोग्राफी की जाएगी.
- परीक्षा संबंधी कार्य में प्रयुक्त किए जाने वाले प्रत्येक वाहन जीपीएस युक्त होंगे.
- परीक्षा केन्द्रों की मॉनिटरिंग पुलिस अभय कमाण्ड सेन्टर से की जाएगी.
पढ़ें: REET की फिक्र से दूर शिक्षा मंत्री...आखिर क्यों मुख्य सचिव की देखरेख में हो रही परीक्षा
प्रदेश के सभी जिलों में 1376 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. जहां 15 लाख 66 हजार 992 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं. वहीं रीट अभ्यर्थियों को निशुल्क यात्रा सुविधा 21 जुलाई से ही शुरू कर दी गई थी. जिसमें राजस्थान रोडवेज, सिटी ट्रांसपोर्ट सेवा और मेट्रो सेवा शामिल है. वहीं इस परीक्षा में नया नकल विरोधी कानून लागू रहेगा. जिसके तहत....
- नकल करने वाले और करवाने वालों के खिलाफ नए कानून के तहत होगा एक्शन.
- परीक्षा में नकल करवाने और पेपर लीक करने जैसे मामलों को गैर जमानती अपराध.
- नकल विरोधी कानून में 5 से 10 साल की सजा का प्रावधान है.
- 10 लाख से 10 करोड़ तक के जुर्माने का प्रावधान भी विधेयक में किया गया है. वहीं नकल गिरोह की संपति भी जब्त कर ली जाएगी.
- नकल करने पर अभ्यर्थी को 3 साल तक की जेल होगी.
- नकल करवाने के मामलों में जमानत नहीं होगी.
- परीक्षाओं में नकल और पेपर लीक की जांच एडिशनल एसपी स्तर का अफसर ही कर सकेगा.
उधर, रीट एग्जाम को लेकर जयपुर जिला प्रशासन की भी पूरी तैयारी है. यहां कुल 3 लाख 50 हजार 713 अभ्यर्थी दो दिन में एग्जाम देंगे. इनमें से 1 लाख 33 हजार 39 स्टूडेंट्स दूसरे जिले से जयपुर आएंगे, जबकि 2 लाख 17 हजार 674 स्टूडेंट्स जयपुर जिले के ही होंगे. जयपुर से दूसरे जिलों में 2 लाख 50 हजार 744 स्टूडेंट्स एग्जाम देने जाएंगे. इन अभ्यर्थियों के आने-जाने के लिए प्रशासन ने जयपुर में 4 अस्थाई बस स्टेण्ड भी बनाए हैं, जिसमें 520 बसें लगाई हैं. व्यवस्थाओं के अलावा अभ्यर्थियों को भी परमिशन लेटर में विशेष दिशा निर्देश दिए गए हैं.
ये हैं दिशा निर्देश:
- सरकार द्वारा दी गई कोविड-19 की गाइडलाइन की पूर्ण पालना करें.
- परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष में अपने साथ प्रवेश-पत्र, नीला/काला पारदर्शी बॉल पॉईन्ट पेन, कोई एक मान्य फोटोयुक्त मूल पहचान-पत्र मुख्यतः आधार कार्ड और इसके अनुपलब्ध होने पर अन्य राजकीय फोटोयुक्त पहचान-पत्र (यथा ड्राइविंग लाईसेंस, निर्वाचन पहचान-पत्र आदि) मय स्वप्रमाणित फोटो प्रति लाना अनिवार्य है. इसके अतिरिक्त अन्य कोई सामग्री लाने की अनुमति नहीं होगी.
- परीक्षा केन्द्र पर मोबाइल, केलक्यूलेटर, ब्लूटुथ या अन्य कोई इलेक्ट्रानिक उपकरण, घड़ी आदि किसी प्रकार का आभूषण, पर्स, हैण्डबैग, डायरी इत्यादि लाना निषेध है. परीक्षार्थी इस प्रकार की कोई सामग्री साथ लाता है, तो उसे अपनी स्वयं की जिम्मेदारी पर परीक्षा केन्द्र के बाहर रखना होगा. परीक्षा केन्द्र पर इन वस्तुओं को रखने और सुरक्षा की कोई व्यवस्था एवं जिम्मेदारी नहीं होगी.
- परीक्षार्थी का परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा शुरू होने के दो घंटे पूर्व पहुंचना अपेक्षित है, ताकि पुलिस की ओर से फ्रिस्किंग आदि समय से की जा सके.
- परीक्षार्थी को परीक्षा समय से एक घंटा पूर्व केंद्र में प्रवेश करना अनिवार्य है. परीक्षार्थी को सुबह पारी में 9 बजे और दोपहर की पारी में 2 बजे के बाद परीक्षा केन्द्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जायेगी.
- परीक्षार्थी को किसी भी परिस्थिति में परीक्षा समाप्ति से पूर्व परीक्षा कक्ष छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
- परीक्षार्थी प्रवेश पत्र की कार्यालय प्रति पर वीक्षक के समक्ष हस्ताक्षर स्वप्रमाणित पहचान पत्र की प्रति नत्थी कर वीक्षक को आवश्यक रूप से जमा कराएं.
- परीक्षार्थी को प्रश्न-पत्र से जाने की अनुमति नहीं है. परीक्षार्थी प्रश्न-पत्र वीक्षक को सौंपकर ही परीक्षा कक्ष से बाहर निकले परीक्षार्थी ओएमआर की मूल प्रति वीक्षक को जमा कराकर केवल ओएमआर की प्रति ही ले जा सकेंगे.
- परीक्षार्थी को आधी बाहों की शर्ट/टी-शर्ट, कुर्ता, कुर्ती आदि और पैरों में पतले सोल की चप्पल/सेंडल पहनना ही अनुमत होगा. मौजे पहनना अनुमत नहीं होगा.
- परीक्षार्थी को अनुचित साधन का उपयोग करते पाये जाने पर विधि के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी.
- नियमानुसार आवश्यकता वाले विशेष योग्यजन को इस परीक्षा में 50 मिनट का अतिरिक्त समय देय होगा. श्रतुलेखक के लिए परीक्षार्थी को दो दिवस पहले केन्द्राधीक्षक से सम्पर्क करना होगा.
पढ़ें: REET 2022 : प्रदेश की नजर एक बार फिर जोधपुर संभाग पर...सुरक्षा की हर बारीकी पर अधिकारियों की निगाह
बहरहाल, सरकार की मंशा साफ है कि रीट अध्यापक पात्रता भर्ती परीक्षा में किसी तरह की लापरवाही ना हो. क्योंकि पिछली परीक्षा में पेपर लीक की घटना के चलते सरकार को विपक्ष ने सदन से लेकर सड़क तक घेरा था और अब एक साल बाद सरकार चुनाव मोड में जा रही है, ऐसे में सरकार किसी तरह की चूक नहीं चाहती है.