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खामोश पुकार! शिक्षा संकुल में मूक-बधिर छात्रों ने दिया धरना, स्थाई भवन को लेकर लगाई गुहार

पिछले 8 साल से शिक्षा के लिए स्थाई भवन नहीं मिलने के चलते मूक-बधिर छात्रों को काफी परेशानी (Deaf and Dumb Protest in Jaipur) का सामना करना पड़ रहा है. स्थाई भवन की मांग को लेकर ये बच्चे शनिवार को शिक्षा संकुल पहुंचे और धरना दिया. खामोशी से बैठे इन छात्रों ने 11 सितंबर तक स्थाई हल नहीं निकलने पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी है.

Protest in Jaipur
शिक्षा संकुल में मूक-बधिर छात्रों ने दिया धरना
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Published : Sep 3, 2022, 6:42 PM IST

जयपुर. मूकबधिर कॉलेज में पढ़ रहे छात्रों को अपनी शिक्षा के लिए काफी संघर्ष करना पड़ रहा है. 8 साल में इन छात्रों को पढ़ने के लिए (Deaf and Dumb Protest in Jaipur) कोई स्थाई ठिकाना नहीं मिल पाया है. यही वजह है कि अब छात्रों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए शनिवार को शिक्षा संकुल पर प्रदर्शन किया. साथ ही 11 सितंबर तक स्थाई समाधान नहीं निकाले जाने की स्थिति में भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी.

प्रदेश में 8 साल पहले सरकारी मूकबधिर कॉलेज खोलकर एक प्रेरणादायी पहल की गई. लेकिन यहां पढ़ने वाले छात्रों के लिए स्थाई (No Permanent Campus to College for Deaf Dumb) कॉलेज की व्यवस्था नहीं हुई है. पहले पोद्दार स्कूल जहां सरकारी कॉलेज भी संचालित है, इसी में करीब 8 कमरे इनके लिए अलॉट किए गए. अब यहां से इन छात्रों को शिफ्ट करते हुए पोद्दार मूक बधिर उच्च माध्यमिक विद्यालय में 8 कमरों में कॉलेज संचालन करने के लिए जिला कलेक्टर की ओर से जिला शिक्षा अधिकारी को आदेश जारी किए गए हैं. इन आदेशों से ये स्पष्ट है कि ये व्यवस्था अस्थाई तौर पर है. यानी कि अभी भी इन छात्रों के लिए स्थाई व्यवस्था नहीं की गई है.

शिक्षा संकुल में मूक-बधिर छात्रों ने दिया धरना.

ये वो छात्र हैं जो अपनी बात किसी को जुबानी कह नहीं सकते, लेकिन अपनी शिक्षा के लिए पीड़ा इन्हें भी होती है. ये छात्र राजकीय महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष अमरदीप सिंह के नेतृत्व में शिक्षा संकुल पहुंचे और यहां धरना दिया. वहीं अमरदीप ने कहा कि राजकीय महाविद्यालय का भवन निर्माण कई वर्षों से रुका हुआ है. सरकार इस पर कोई फैसला नहीं ले पा रही. उच्च शिक्षा मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक सभी को ज्ञापन भी दिया.

पढे़ं. Jaipur: 8 साल बाद भी मूक बधिर कॉलेज को नहीं मिला स्थाई कैंपस, अब स्कूल में अलॉट किए जा रहे 8 कमरे

अब यही मांग है कि राजकीय महाविद्यालय का भवन निर्माण शुरू हो. मूक बधिर छात्रों के लिए अलग से भवन की सुविधा हो. चूंकि फर्स्ट ईयर के छात्रों को त्रिमूर्ति सर्किल स्थित मूक बधिर स्कूल में भेजा जा रहा है. जबकि सेकंड ईयर और फाइनल ईयर के छात्र राजकीय महाविद्यालय के परिसर में पढ़ रहे हैं. उन्होंने यूजी के अलावा पीजी की क्लासेस शुरू करने, छात्रवृत्ति और स्पोर्ट्स की सुविधा भी शुरू करने की मांग की है. उन्होंने मूक बधिर छात्रों के लिए स्थाई इंटरप्रेटर की भी मांग की.

हालांकि राज्य सरकार की ओर से बजट घोषणा सत्र 2021-22 में उच्च शिक्षा क्षेत्र में मूक-बधिर विद्यार्थियों के लिए नवीन महाविद्यालय खोलने की घोषणा की थी. बताया जा रहा है कि इस पर तकरीबन 25 करोड़ खर्च होंगे और पोद्दार उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में ही ये महाविद्यालय निर्मित किया जाएगा. लेकिन कब, ये सवाल अब छात्रों के जहन में उठने लगा है.

जयपुर. मूकबधिर कॉलेज में पढ़ रहे छात्रों को अपनी शिक्षा के लिए काफी संघर्ष करना पड़ रहा है. 8 साल में इन छात्रों को पढ़ने के लिए (Deaf and Dumb Protest in Jaipur) कोई स्थाई ठिकाना नहीं मिल पाया है. यही वजह है कि अब छात्रों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए शनिवार को शिक्षा संकुल पर प्रदर्शन किया. साथ ही 11 सितंबर तक स्थाई समाधान नहीं निकाले जाने की स्थिति में भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी.

प्रदेश में 8 साल पहले सरकारी मूकबधिर कॉलेज खोलकर एक प्रेरणादायी पहल की गई. लेकिन यहां पढ़ने वाले छात्रों के लिए स्थाई (No Permanent Campus to College for Deaf Dumb) कॉलेज की व्यवस्था नहीं हुई है. पहले पोद्दार स्कूल जहां सरकारी कॉलेज भी संचालित है, इसी में करीब 8 कमरे इनके लिए अलॉट किए गए. अब यहां से इन छात्रों को शिफ्ट करते हुए पोद्दार मूक बधिर उच्च माध्यमिक विद्यालय में 8 कमरों में कॉलेज संचालन करने के लिए जिला कलेक्टर की ओर से जिला शिक्षा अधिकारी को आदेश जारी किए गए हैं. इन आदेशों से ये स्पष्ट है कि ये व्यवस्था अस्थाई तौर पर है. यानी कि अभी भी इन छात्रों के लिए स्थाई व्यवस्था नहीं की गई है.

शिक्षा संकुल में मूक-बधिर छात्रों ने दिया धरना.

ये वो छात्र हैं जो अपनी बात किसी को जुबानी कह नहीं सकते, लेकिन अपनी शिक्षा के लिए पीड़ा इन्हें भी होती है. ये छात्र राजकीय महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष अमरदीप सिंह के नेतृत्व में शिक्षा संकुल पहुंचे और यहां धरना दिया. वहीं अमरदीप ने कहा कि राजकीय महाविद्यालय का भवन निर्माण कई वर्षों से रुका हुआ है. सरकार इस पर कोई फैसला नहीं ले पा रही. उच्च शिक्षा मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक सभी को ज्ञापन भी दिया.

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अब यही मांग है कि राजकीय महाविद्यालय का भवन निर्माण शुरू हो. मूक बधिर छात्रों के लिए अलग से भवन की सुविधा हो. चूंकि फर्स्ट ईयर के छात्रों को त्रिमूर्ति सर्किल स्थित मूक बधिर स्कूल में भेजा जा रहा है. जबकि सेकंड ईयर और फाइनल ईयर के छात्र राजकीय महाविद्यालय के परिसर में पढ़ रहे हैं. उन्होंने यूजी के अलावा पीजी की क्लासेस शुरू करने, छात्रवृत्ति और स्पोर्ट्स की सुविधा भी शुरू करने की मांग की है. उन्होंने मूक बधिर छात्रों के लिए स्थाई इंटरप्रेटर की भी मांग की.

हालांकि राज्य सरकार की ओर से बजट घोषणा सत्र 2021-22 में उच्च शिक्षा क्षेत्र में मूक-बधिर विद्यार्थियों के लिए नवीन महाविद्यालय खोलने की घोषणा की थी. बताया जा रहा है कि इस पर तकरीबन 25 करोड़ खर्च होंगे और पोद्दार उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में ही ये महाविद्यालय निर्मित किया जाएगा. लेकिन कब, ये सवाल अब छात्रों के जहन में उठने लगा है.

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